जबलपुर में संपत्ति पाने की लालच में एक युवक ने अपने सगे बड़े भाई की हत्या कर दी। पुलिस को गुमराह करने हत्या को एक्सीडेंट भी बताया गया, लेकिन पुलिस ने पांच दिन की जांच के बाद मामले का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
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हालांकि एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। घटना भेड़ाघाट थाना क्षेत्र के गांव कूड़न की है, जहां 20 जुलाई की रात अभिषेक सिंह की खून से सनी लाश मिली थी।
जायदाद को लेकर भाइयों में चल रहा था विवाद
शहपुरा का रहने वाला अभिषेक सिंह (26) और उसका छोटा भाई ऋषभ सिंह (23) पुश्तैनी संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद में थे। दोनों भाई चाहते थे कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा संपत्ति मिले। अभिषेक क्षेत्र का शातिर बदमाश था, जिससे लोग डरते थे।
वहीं, ऋषभ पर भी शहपुरा और भेड़ाघाट थानों में मारपीट, गुंडागर्दी और अवैध वसूली के केस दर्ज थे। पिछले 6 महीनों से उनके बीच लगातार झगड़े हो रहे थे। कई बार रिश्तेदार और ग्रामीणों ने समझौता भी करवाया, लेकिन तनाव बना रहा।
ढाबे पर हुआ झगड़ा, फिर हत्या की साजिश
20 जुलाई को अभिषेक जबलपुर में हाइवा ट्रक सुधरवाने आया था। रात में वह बस से शहपुरा लौट रहा था और रास्ते में कूड़न गांव के बिट्टू दा ढाबा पर खाना खाने रुका। थोड़ी देर बाद ऋषभ अपने मामा के बेटे राजा राजपूत, दोस्त लल्लू चढ़ार और देवेंद्र लोधी के साथ वहां पहुंचा। ऋषभ ने अभिषेक को देखकर गाली-गलौज शुरू कर दी, लेकिन लोगों ने मामला शांत करा दिया।
अभिषेक को देखते ही बना लिया हत्या का प्लान
खाना खाने के बाद अभिषेक रोड पर खड़ा था तभी ऋषभ और उसके साथी बाहर आए। अभिषेक ने ऋषभ को मारना शुरू कर दिया। खुद को बचाने के लिए ऋषभ कार से जैक और रॉड निकाल लाया। फिर ऋषभ और राजा ने मिलकर अभिषेक पर ताबड़तोड़ वार किए और तब तक मारते रहे जब तक उसकी जान नहीं चली गई। इसके बाद शव को रोड पर फेंककर हादसा दिखाने की कोशिश की गई।
हत्या के बाद भागे आरोपी
अभिषेक की लाश को रोड पर छोड़ने के बाद चारों आरोपी कुछ दूरी पर पहुंचे, लेकिन कार खराब हो गई। कार वहीं छोड़कर वे हथियार (जैक और रॉड) लेकर आगे बढ़े और नहर में फेंक दिए। फिर अपने-अपने घर चले गए। देर रात ग्रामीणों ने भेड़ाघाट पुलिस को हाईवे पर शव पड़े होने की सूचना दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और शव को मेडिकल कॉलेज पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। आसपास पूछताछ में शव की पहचान शहपुरा निवासी अभिषेक सिंह के रूप में हुई।
शरीर पर मिले 15 से अधिक घाव
अभिषेक एक ताकतवर और खतरनाक बदमाश था। ऋषभ जानता था कि वह अकेले उसका मुकाबला नहीं कर सकता, इसलिए उसने मामा के बेटे राजा (निवासी गोटेगांव), लल्लू चढ़ार (निवासी पाटन), और देवेंद्र लोधी को साथ लिया। राजा और ऋषभ ने मिलकर जैक और रॉड से अभिषेक के सिर और सीने पर 15 से अधिक वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
तीन आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
हत्या के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की। पूछताछ में पता चला कि मृतक का अपने छोटे भाई ऋषभ से संपत्ति को लेकर विवाद था। अभिषेक की हत्या के बाद से ऋषभ भी लापता था। पुलिस ने शुक्रवार देर रात मुख्य आरोपी ऋषभ, राजा और देवेंद्र को जबलपुर से गिरफ्तार कर लिया।
लल्लू चढ़ार अब भी फरार है और उसकी तलाश जारी है। एएसपी रंजना तिवारी ने बताया कि पुलिस ने शुरुआत से ही इस मामले को गंभीरता से लिया और जांच जारी है।