सतना-मैहर में इस योजना से सैकड़ों बने हुनरमंद, खुद के बिजनेस से हुए आत्मनिर्भर

सतना-मैहर में इस योजना से सैकड़ों बने हुनरमंद, खुद के बिजनेस से हुए आत्मनिर्भर


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Satna News: सतना के शुभम सिंह ने अपने घर पर ही सॉफ्ट टॉय मेकिंग का काम शुरू कर दिया है. उनके साथ दो हेल्पर भी काम कर रहे हैं. वहीं अनुसुइया तिवारी ने भी टूलकिट से अपना काम शुरू कर एक सफल व्यवसाय की नींव रखी है.

सतना. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के जरिए मध्य प्रदेश के सतना, मैहर और आसपास के क्षेत्रों में लोगों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आया है. इस योजना का भरपूर लाभ उठाकर कई महिलाओं और युवाओं ने न केवल आत्मनिर्भरता की राह पकड़ी बल्कि सफल व्यवसायी भी बन गए. लोकल 18 से बातचीत में सतना में पीएम विश्वकर्मा योजना के सेंटर संचालक प्रीतम सिंह बघेल ने बताया कि अक्टूबर 2024 से अप्रैल 2025 के बीच 1500 से ज्यादा लोगों ने इस केंद्र पर आकर विभिन्न ट्रेड्स में ट्रेनिंग ली. इन ट्रेड्स में सॉफ्ट टॉय मेकिंग, ब्यूटी पार्लर, सिलाई, जैसे कुल 7-8 कौशल शामिल थे. सबसे ज्यादा भागीदारी महिलाओं की रही, जिन्होंने पार्लर संचालन और खिलौने बनाने जैसे क्षेत्रों में रुचि दिखाई.

उन्होंने कहा कि योजना के तहत प्रशिक्षण लेने वाले हर प्रतिभागी को 6 दिन की ट्रेनिंग के बदले 500 रुपये प्रतिदिन की आर्थिक सहायता दी गई. इसके अलावा सरकार की ओर से 15 हजार रुपये तक की टूलकिट भी मुहैया कराई गई. सॉफ्ट टॉय मेकिंग में ट्रेनिंग लेने वालों को सिलाई मशीन और जरूरी सामग्री सीधे उनके पते पर पोस्ट ऑफिस के माध्यम से पहुंचाई गई.

प्रेरणा बने शुभम और अनुसुइया
सतना के शुभम सिंह ने अपने घर पर ही सॉफ्ट टॉय मेकिंग का व्यापार शुरू किया और अब उनके पास दो हेल्पर भी काम कर रहे हैं. वहीं अनुसुइया तिवारी ने भी टूलकिट से काम शुरू कर एक सफल व्यवसाय की नींव रखी है.

योजना से मिली नई उड़ान
पीएम विश्वकर्मा योजना सतना, मैहर जैसे अर्ध-शहरी इलाकों में नई उम्मीद और रोजगार की राह लेकर आई है. इससे न केवल लोगों को आत्मनिर्भरता मिली है बल्कि दूसरों को भी रोजगार देने की क्षमता भी मिली है.

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