मेट्रो की फुल स्पीड 90Km,ट्रैक पर 60km में ही दौड़ेंगी: भोपाल मेट्रो का कमर्शियल रन अक्टूबर में; RDSO की रिपोर्ट के बाद आएगी CMRS टीम – Bhopal News

मेट्रो की फुल स्पीड 90Km,ट्रैक पर 60km में ही दौड़ेंगी:  भोपाल मेट्रो का कमर्शियल रन अक्टूबर में; RDSO की रिपोर्ट के बाद आएगी CMRS टीम – Bhopal News


भोपाल में मेट्रो का जब कमर्शियल रन होगा, यानी यह आम लोगों के लिए दौड़ने लगेगी, तब उसकी अधिकतम स्पीड 60 किमी प्रतिघंटा तक रहेगी।

भोपाल में मेट्रो की फुल स्पीड 90 किलोमीटर प्रतिघंटा तक है, लेकिन यह 40 से 60Km प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ेगी। भोपाल में एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन की दूरी और लंबाई के हिसाब से यह स्पीड तय की गई है। इसके बाद एक मेट्रो स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक

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इंदौर में 31 मई को मेट्रो चलने के बाद अब सरकार और विभाग का पूरा फोकस भोपाल मेट्रो पर है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने दो महीने में बाकी बचे काम निपटाने को कहा है। सीएम ने रविवार को मेट्रो में सफर भी किया था। बता दें कि रेलवे की लखनऊ से आई रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (RDSO) की टीम भोपाल मेट्रो को 90Km प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ा चुकी है। करीब 13 दिन तक टीम ने इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम, ट्रैक समेत कई पैमानों पर जांच की। इसकी रिपोर्ट इसी सप्ताह में मिलने की उम्मीद है। इसके बाद कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) की टीम अंतिम निरीक्षण करेगी। ‘ओके’ रिपोर्ट मिलने के बाद ही भोपाल मेट्रो में यात्रियों की आवाजाही शुरू हो सकेगी।

रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मेट्रो में सफर करके कामों का जायजा लिया था।

इंदौर में मेट्रो का अच्छा रिस्पांस रविवार को मेट्रो के सफर के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा था कि सरकार भोपालवासियों को अक्टूबर तक मेट्रो ट्रेन की सौगात दे देने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में यात्री मेट्रो सेवा शुरू हो चुकी है। जनता से इसे बहुत अच्छा रिस्पांस मिला है। भोपाल मेट्रो ट्रेन का काम भी तेजी से जारी है। कुछ काम शेष रह गया है, जो डेढ़ से दो महीने में पूरे कर लिए जाएंगे। कमिश्नर रेल सेफ्टी से अनुमति मिलते ही भोपाल मेट्रो ट्रेन का प्रायोरिटी कॉरिडोर आमजन के लिए खोल दिया जाएगा।

सुभाषनगर से एम्स के बीच 2225 करोड़ रुपए का खर्च भोपाल में मेट्रो की ऑरेंज लाइन पर काम चल रहा है, जो एम्स से करोंद तक है। दूसरी ब्लू लाइन है, जो भदभदा से सोनागिरी तक है। ऑरेंज लाइन को कुल 6941.40 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है। सुभाष नगर स्टेशन से एम्स स्टेशन तक अनुमानित 2225 करोड़ रुपए की लागत से प्रायोरिटी कॉरिडोर बनाया जा रहा है।

मेट्रो का रोडपैम।

मेट्रो का रोडपैम।

दोनों लाइन 2030 तक शुरू होंगे भोपाल मेट्रो के दोनों कॉरिडोर (ऑरेंज और ब्लू लाइन) वर्ष 2030 से पहले पूर्ण रूप से चालू करने की सरकार की तैयारी है। भोपाल मेट्रो की डिजाइन स्पीड 90 किमी प्रति घंटा है, लेकिन इसकी ऑपरेशनल स्पीड 40-60 किमी घंटा होगी। हर मेट्रो स्टेशन के बीच मात्र 2 मिनट का समय लगेगा। मेट्रो स्टेशन में यात्रियों के लिए एस्केलेटर, लिफ्ट, ब्रेल साइनेज, शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय और त्वरित सूचनाएं देने की सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं होंगी। मेट्रो स्टेशन पर दिव्यांगजनों के लिए सुगम आवागमन की सुविधाएं होंगी।

7 मेट्रो कोच आ चुके भोपाल मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए कुल 27 मेट्रो ट्रेन सेट होंगे। इनमें से 7 ट्रेन सेट भोपाल पहुंच चुके हैं।



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