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मानसून सीजन में जब लगातार बारिश होती है, तो सांपों के बिल पानी से भर जाते हैं. वे सूखी जगह की तलाश में बाहर निकल आते हैं. इन दिनों सांप अक्सर रिहायशी इलाकों के करीब दिखाई देने लगते हैं. स्नेक कैचर महादेव पटेल लोकल 18 को बताते हैं कि मानसून के मौसम में कई तरह के सांप सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं लेकिन इनमें एक सांप ऐसा है, जो सबसे खतरनाक माना जाता है.
मध्य प्रदेश के खरगोन में दिखाई देने वाले सांपों की इस सूची में सबसे ऊपर है इंडियन कोबरा का नाम आता है, जिसे नाग भी कहते हैं. यह सांप बेहद जहरीला होता है और इसके काटने से तंत्रिका तंत्र पर सीधा असर पड़ता है. कोबरा का जहर तेजी से शरीर में फैलता है और अगर समय पर इलाज न मिले, तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है. इसकी पहचान इसके फन से होती है, जो खतरा महसूस होने पर फैल जाता है.

जहरीले सांपों की फेहरिस्त में करैत का नाम भी आता है. इसका डंक अक्सर दर्द रहित होता है, इसलिए लोगों को देर तक पता ही नहीं चलता कि उन्हें सांप ने काट लिया है. इसका जहर सीधे न्यूरो सिस्टम पर हमला करता है, जिससे लकवा या सांस रुकना जैसे लक्षण दिखते हैं और इससे मौत भी हो सकती है. यह आमतौर पर रात में घरों में घुस जाता है.

रसेल वाइपर भी मानसून के दौरान सक्रिय हो जाता है. यह सांप अपनी तेज फुफकार और आक्रामक व्यवहार के लिए जाना जाता है. इसके जहर से शरीर में अंदरूनी रक्तस्राव और किडनी फेल होना देखने को मिलता है. यह सांप झाड़ियों, खेतों और पथरीले इलाकों में छिपा रहता है.

सॉ-स्केल्ड वाइपर छोटा लेकिन बेहद खतरनाक सांप है. यह बहुत तेज, सतर्क और चिड़चिड़ा होता है. इसका जहर खून को जमने से रोकता है और घाव में गहरी सूजन और टिशू डैमेज करता है. इसे छेड़ने पर यह तुरंत हमला कर देता है, इसलिए सावधानी जरूरी है.

रैट स्नेक (धामन) को अक्सर लोग कोबरा समझने की गलती करते हैं. यह सांप गैर-जहरीला होता है और खेतों में चूहे जैसे कीटों को खाकर पर्यावरण संतुलन में मदद करता है. इसके काटने से कोई गंभीर नुकसान नहीं होता, फिर भी लोग डर के कारण इसे नुकसान पहुंचा देते हैं.

चेकर्ड कीलबैक, जिसे आम भाषा में पानी का सांप भी कहते हैं, मानसून के दौरान नालों, तालाबों और खेतों के आसपास दिखाई देता है. यह सांप भी जहरीला नहीं होता है और इंसानों से बचकर रहता है. इसका मुख्य आहार मेंढक और मछलियां होती हैं.

ग्रीन वाइन स्नेक (हरा बेलिया) दिखने में बेहद सुंदर होता है. इसका रंग चमकीला हरा और शरीर पतला होता है. यह आमतौर पर पेड़ों की शाखाओं में छिपा रहता है. इसका डंक कम जहरीला होता है और इंसानों के लिए खतरनाक नहीं होता. यह ज्यादातर शांत स्वभाव का होता है.

स्नेक कैचर महादेव पटेल ने इन सभी में सबसे खतरनाक सांप करैत को बताया है क्योंकि इसका जहर सबसे तेज असर करता है और यह अक्सर चुपचाप काटता है, जिससे इलाज में देरी हो जाती है. इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है.

महादेव पटेल ने सलाह दी है कि बरसात में सतर्क रहें. रात में बाहर निकलते समय टॉर्च का इस्तेमाल करें, झाड़ियों में न जाएं और घर के आसपास साफ-सफाई रखें ताकि चूहे और कीड़े न आएं, जो सांपों को आकर्षित करते हैं. अगर कभी सांप काट ले, तो घरेलू इलाज की बजाय सीधे अस्पताल जाएं क्योंकि समय पर इलाज ही जीवन बचा सकता है.