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Ujjain News: श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट सोमवार आधी रात को खोल दिए गए. सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा के महंत विनीतगिरी महाराज ने विधिविधान से त्रिकाल पूजन और अभिषेक किया. आज रात 12 बजे मंदिर के पट फिर बंद कर …और पढ़ें
हाइलाइट्स
- नाग पंचमी पर महाकाल की नगरी में आस्था का संगम
- श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट सोमवार आधी रात खोले गए
- श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर में होगी खास पूजा
सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा के महंत विनीतगिरी महाराज ने विधिविधान से त्रिकाल पूजन और अभिषेक किया. इस पूजन में प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, जल संसाधन मंत्री सम्पतिया उइके और प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.
भगवान श्री नागचंद्रेश्वर की यह प्रतिमा 11वीं शताब्दी की मानी जाती है. शिव-पार्वती की इस प्रतिमा में फन फैलाए नाग पर विराजमान हैं. साथ ही नंदी, सिंह और सप्तमुखी नाग भी इस अद्भुत स्वरूप में शामिल हैं. मंगलवार दोपहर 12 बजे अखाड़ा की ओर से एक और विशेष पूजन होगा. फिर रात 12 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे.
इस खास पर्व पर करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के उज्जैन पहुंचने की संभावना को देखते हुए 200 वरिष्ठ अधिकारी, 1800 से अधिक पुलिसकर्मी और 2500 से ज्यादा सुरक्षा कर्मचारी तैनात किए गए हैं. सुरक्षा निगरानी के लिए 560 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
श्रद्धालुओं के लिए विशेष दर्शन व्यवस्था की गई है. चारधाम मंदिर से लाइन शुरू होकर हरसिद्धि मंदिर चौराहे, बड़ा गणेश होते हुए गेट क्रमांक 4 से प्रवेश मिलेगा. इसके बाद विश्रामधाम से एयरो ब्रिज के ज़रिए श्रद्धालु नागचंद्रेश्वर मंदिर तक पहुंचेंगे. दर्शन के बाद वापसी ब्रिज से विश्रामधाम के नीचे होकर होगा. महाकाल मंदिर में प्रवेश महाकाल लोक के नंदी द्वार से होगा. श्रद्धालु मानसरोवर भवन, टनल और कार्तिकेय मंडपम होते हुए महाकाल गर्भगृह पहुंच सकेंगे.
Preeti George is lead content writer at hindi.news18.com having experience of more than 5 years in digital media. After completing her masters from Kushabhau Thakre Journalism university, she worked in various …और पढ़ें
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