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Bhopal Trekking Point. भोपाल और इसके आसपास वैसे तो ढेर सारी घूमने की जगहें है. मगर हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे, जहां हिडन ट्रेकिंग प्वाइंट मौजूद है. यहां इतिहास के साथ प्रकृति को जानने का एक बेहतरीन मौका मिलता है.
मालवा का मिनी कश्मीर कहे जाने वाले नरसिंहगढ़ शहर में एक से बढ़कर एक घूमने की जगह मौजूद है. बारिश के मौसम में यह जगह और भी ज्यादा खूबसूरत हो जाती है. बरसात में यह जगह स्वर्ग से भी सुंदर हो जाती है. यहां के प्राकृतिक झरने और किले मन मोह लेते हैं.

राजधानी भोपाल से लगभग 80 से 90 किमी की दूरी पर स्थित नरसिंहगढ़ शहर अपने आप में एक अलग पहचान रखता है. मालवा क्षेत्र का मिनी कश्मीर कहे जाने वाले नरसिंहगढ़ की रंगत बरसात में देखते ही बनती है.

विंध्याचल पर्वत श्रृंखला में बसा यहशहर अपने अंदर कई विरासतों को संजोए हुए है. प्राकृतिक झरनों और हरियाली का आनंद उठाने लोग दूर-दूर से यहां पहुंचते है. चारों और पहाड़ से घिरे नगर में घूमने की ढेरों जगह के साथ ही कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल भी है.

इसमें नरसिंहगढ़ का किला, बड़ा महादेव मंदिर, छोटा महादेव मंदिर, हिंगलाज माता मंदिर, जल मंदिर और काकशिला मंदिर प्रमुख है. नगर में प्रवेश करने के लिए तीन मार्ग है और खास बात यह है कि तीनों ही मार्गों पर बजरंग बली के मारुति नंदन मंदिर, हनुमानगढ़ी मंदिर और कंतोड़ा हनुमान मंदिर स्थित है.

पहाड़ी पर स्थित नरसिंहगढ़ का किला जहां से पूरा नगर दिखता है. यहां बरसात के मौसम में नगर हरियाली की चादर ओढ़ लेता है और यह अद्भुत नजारा स्वर्ग से कम नहीं लगता. वीकेंड में यहां सैकड़ों की संख्या में सैलानी प्राकृतिक झरनों और हरियाली का आनंद उठाने पहुंचते हैं.

राजगढ़, ब्यावरा, खिलचीपुर और पचोर के अलावा भोपाल से भी बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं. पर्यटक सुबह से ही नादिया पानी, खजूर पानी, मोती कुण्ड, गुप्तेष्वर और गउघाटी पर घूमने के लिए आना शुरू हो जाते हैं. वहीं युवा पर्यटक अपने मित्रों के साथ जलक्रीड़ा करते हुए भी नजर आते हैं.

यहां शहर के बीचों-बीच स्थित जल मंदिर भी देखने में काफी सुंदर लगता है. यहां भी पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचते है. बता दें, दुनिया का तीसरा हिंगलाज माता का मंदिर मां हिंगलाज पहाड़ी, नरसिंहगढ़ में स्थित है.

नगर के दुर्लभ धरोहरों की बात करें तो हिंगलाज माता मंदिर का नाम ही सबसे पहले सामने आता है. वहीं बड़ा महादेव मंदिर और छोटा महादेव मंदिर भी अपने आप में खास पहचान रखते हैं.