एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज का चौथा टेस्ट बेहद रोमांचक रहा, जो आखिरकार ड्रॉ पर समाप्त हुआ. 31 जुलाई से दोनों देश 5वां टेस्ट खेलेंगे, जिससे पहले भारतीय टीम ने लंदन स्थित ‘भारतीय उच्चायोग’ का दौरा किया. इस दौरान खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ ने अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात की, जिसमें आत्मचिंतन, गर्व और संकल्प की भावना देखने को मिली. सभी ने यूके दौरे पर मिले अटूट समर्थन के लिए आभार जताया. इस कार्यक्रम में टीम इंडिया के हेड कोच ने आखिरी टेस्ट को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि टीम के पास देश को गौरवान्वित करने का एक आखिरी मौका है.
इंग्लैंड दौरे को लेकर क्या बोले गंभीर?
हेड कोच गौतम गंभीर ने इस कार्यक्रम में भारत-इंग्लैंड मुकाबलों के ऐतिहासिक महत्व और सीरीज की इंटेंसिटी पर प्रकाश डाला. गंभीर ने कहा, “इंग्लैंड का दौरा हमेशा रोमांचक और चुनौतीपूर्ण रहा है. दोनों देशों के बीच का इतिहास कभी नहीं भुलाया जा सकता. हमने हर बार ब्रिटेन दौरे पर मिले समर्थन की सराहना की है.” बता दें कि इंग्लैंड ने टेस्ट सीरीज का पहला मैच पांच विकेट से अपने नाम किया था, जिसके बाद टीम इंडिया ने पलटवार करते हुए दूसरे मुकाबले को 336 रन से जीता. इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट को 22 रन के करीबी अंतर से जीतकर सीरीज में 2-1 से लीड बना ली, जिसके बाद चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा.
आखिरी टेस्ट के लिए भरी हुंकार
गौतम गंभीर ने कहा, “पिछले पांच हफ्ते दोनों देशों के लिए बेहद रोमांचक रहे. मुझे यकीन है कि जिस तरह का क्रिकेट खेला गया, उसने हर क्रिकेट प्रेमी को गौरवान्वित किया है. दोनों टीमों ने दमदार खेल दिखाया.”
भारत के पास अंतिम टेस्ट जीतकर सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म करने का मौका है. आखिरी टेस्ट को लेकर गंभीर ने एकजुट प्रयास की अपील की. उन्होंने कहा, “हमारे पास एक हफ्ता और है. एक आखिरी कोशिश करनी है. यह अपने देश को गौरवान्वित करने का एक आखिरी मौका है. जय हिंद.” गंभीर के इस बयान से साफ है कि टीम इंडिया ओवल में होने वाले मुकाबले को जीतने में एड़ी-चोटी का जोर लगा देगी.
भारत का कैसा है केनिंग्टन ओवल में रिकॉर्ड?
भारत ने इस मैदान पर कुल 15 टेस्ट मैच खेले, जिसमें सिर्फ दो ही मुकाबले अपने नाम किए. केनिंग्टन ओवल में टीम इंडिया को छह टेस्ट मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा, जबकि सात मैच ड्रॉ रहे. भारत साल 2021 के बाद से इस मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है. उसने यहां पिछले 10 में से सिर्फ एक ही टेस्ट मैच को जीता है. अगस्त 1971 में भारत को इस मैदान पर पहली टेस्ट जीत मिली. सितंबर 2021 में भारत ने यहां दूसरी जीत दर्ज करते हुए 157 रन से मैच नाम किया.