शनिवार को खंडवा रोड पर भेरूघाट के पहले जाम लगा था जिसमे एंबुलेंस फँस गई थी।
इंदौर खंडवा रोड पर सावन माह में ओंकारेश्वर और उज्जैन तक चलने वाली कांवड़ यात्राओं को देखते हुए इंदौर प्रशासन ने सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन इस प्रतिबंध के बाद भी भारी वाहन खंडवा रोड पर पहुंच र
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इंदौर बायपास के तेजाजी नगर चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस को तैनात किया गया है, ताकि खंडवा रोड पर सीधे प्रवेश को रोका जा सके, लेकिन चालकों ने रास्ता बदलकर रालामंडल मार्ग से होकर खंडवा रोड पर पहुंचना शुरू कर दिया है। जिससे रालामंडल मार्ग और खंडवा रोड दोनों जगह ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है। कल यानी सोमवार को इंदौर से श्रद्धालु ओंकारेश्वर दर्शन के लिए खंडवा रोड की ओर निकले थे, लेकिन भारी वाहनों और कांवड़ यात्राओं की भीड़ के कारण जाम लग गया।
इस रोड पर सबसे हैरानी की बात यह है कि पूरे मार्ग पर कहीं भी पुलिस बल तैनात नहीं दिखता है, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है। इंदौर से ओंकारेश्वर जा रहे श्रद्धालुओं को महज 60 किलोमीटर की दूरी तय करने में तीन से चार घंटे लग रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि वैकल्पिक मार्गों पर भी ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जाए, ताकि जाम की स्थिति से राहत मिल सके।
सुबह 6 से रात 9 बजे तक रोक
श्रावण महीने में बड़ी संख्या में कावड़ यात्री इंदौर से खंडवा और ओंकारेश्वर की ओर जाते हैं। उनकी सुरक्षा को देखते हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने खंडवा रोड पर भारी मालवाहक वाहनों (जैसे ट्रक) की आवाजाही पर रोक लगा दी है। यह रोक सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक लागू रहेगी और सिर्फ श्रावण मास के दौरान ही रहेगी। इस दौरान ट्रक जैसे भारी वाहन इंदौर से खंडवा और खंडवा से इंदौर की ओर नहीं चल सकेंगे। ऐसे वाहनों को वैकल्पिक रास्ते यानी एबी रोड होते हुए सनावद की ओर भेजा जाएगा।
हालांकि यात्री बसें, कार, बाइक, दूध और गैस सप्लाई वाले वाहन, पानी के टैंकर, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसे जरूरी सेवाओं से जुड़े वाहन इस रोक से मुक्त रहेंगे। प्रशासन ने साफ कहा है कि यह फैसला कावड़ यात्रियों की सुरक्षा और यात्रा के सुचारू संचालन के लिए लिया गया है। यदि कोई वाहन चालक इस आदेश का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी।