विदिशा जिले के ग्यारसपुर रेंज के ग्राम बरमढ़ी में इस बार रक्षाबंधन और विश्व आदिवासी दिवस का पर्व अनूठे तरीके से मनाया गया। यहां पारंपरिक भाई-बहन के रिश्ते के साथ-साथ प्रकृति से रिश्ते को भी सहेजने का संकल्प लिया गया।
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शनिवार को वन सुरक्षा समिति की आदिवासी बहनों, वनकर्मियों और ग्रामीणों ने डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ) हेमंत यादव को राखी बांधी। उन्होंने यादव के दीर्घायु और सफलता की कामना की। इसके बाद महिलाओं ने जंगल में जाकर वृक्षों को भी रक्षा सूत्र बांधे।
उनका संदेश था कि जैसे भाई अपनी बहन की रक्षा करता है, वैसे ही हर नागरिक को पेड़ों, वन्यजीवों और पर्यावरण की सुरक्षा करनी चाहिए। इस अवसर पर डीएफओ यादव ने कहा कि वन और पर्यावरण संरक्षण सिर्फ सरकार का नहीं, हर नागरिक का कर्तव्य है।

उन्होंने बताया कि अगर हम अपने आसपास हरियाली को बचाएंगे और बढ़ाएंगे, तो आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण दे पाएंगे। वन विभाग 550 हेक्टेयर क्षेत्र में 6 लाख पौधे लगाने की योजना पर काम कर रहा है। इसमें समुदाय की भागीदारी बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम में आदिवासी महिला मीना बाई, प्रभा बाई, जीवन बाई, मोना, सुमित्रा बाई और भूरी बाई ने पारंपरिक गीत-नृत्य प्रस्तुत किए। यह आयोजन सामाजिक एकता, सांस्कृतिक गौरव और पर्यावरण संरक्षण का सुंदर संगम बना। यह आने वाले वर्षों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।