गौती भाई नहीं चाहते थे, अपने फ्यूचर को लेकर करुण नायर का बयान

गौती भाई नहीं चाहते थे, अपने फ्यूचर को लेकर करुण नायर का बयान


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Karun Nair statement about test career: करुण नायर इंग्लैंड दौरे पर अपने प्रदर्शन से खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वह इस निराशाजनक दौरे को जल्द से जल्द भुलाना चाहते हैं. 8 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर…और पढ़ें

गौती भाई नहीं चाहते थे, अपने फ्यूचर को लेकर करुण नायर का बयानकरुण नायर ने अपने भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया है.

नई दिल्ली. करुण नायर को अफसोस है कि वापसी सीरीज में वह अच्छा प्रदर्शन नहीं क सके. वह इंग्लैंड में मिले मौके को भुनाने में असफल रहे. इस निराशाजनक दौरे को करुण जल्दी भुलाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए उन्हें रन बनाना जरूरी है. नायर ने आठ साल के अंतराल के बाद वापसी करते हुए चार टेस्ट मैच में 25 की औसत से 205 रन बनाए जिसमें सिर्फ एक अर्धशतक शामिल है.

करुण नायर (Karun Nair) ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा, ‘मैं ओवल में मिली शुरुआत (जहां उन्होंने 57 रन बनाए) को शतक में नहीं बदल पाने से निराश था. लेकिन पहले दिन के खेल के दौरान टिके रहना महत्वपूर्ण था क्योंकि टीम मुश्किल स्थिति में थी. मैं थोड़ा घबराया हुआ था लेकिन अच्छा महसूस कर रहा था. मैं उम्मीद कर रहा था कि मैं इसे बदल पाऊंगा (शतक में) जो मैं नहीं कर सका. कर्नाटक के इस बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि यह उनके लिए ‘उतार-चढ़ाव भरी सीरीज’ रही और घरेलू क्रिकेट में बड़े स्कोर बनाने के बाद राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के बाद प्रदर्शन निराशाजनक रहा.

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मैंने काफी सोचा लेकिन…

नायर ने कहा, ‘मैंने काफी सोचा लेकिन जो हो चुका है उसे भूलकर अगले कुछ महीनों में मुझे क्या करना है इस पर ध्यान देना जरूरी है.यह मेरा ध्यान बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि मैं आगे बढ़ूं और चाहे किसी भी स्तर पर खेलूं, वहां बड़े स्कोर बनाऊं. नायर ने कप्तान शुभमन गिल और मुख्य कोच गौतम गंभीर की कड़ी टक्कर वाली पांच मैच की टेस्ट सीरीज में टीम को एकजुट रखने के लिए सराहना की.

शुभमन गिल का प्रोत्साहन देखने लायक था

नायर ने कहा, ‘शुभमन ने जिस तरह से सभी को एकजुट रखा और जो प्रोत्साहन दिया वह देखने लायक था. शुरुआत से ही उनका संवाद बिल्कुल स्पष्ट था. एक बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने जो हासिल किया, उसे हासिल करने के साथ-साथ टीम का नेतृत्व भी किया.शुरुआत में ही गौती भाई (गंभीर) ने कहा था कि वह नहीं चाहते कि हम इसे एक बदलाव के दौर से गुजर रही टीम के रूप में देखें. वह नहीं चाहते थे कि हम ऐसा महसूस करें. हमें जो पहला संदेश मिला वह था कि यह कोई युवा टीम नहीं है, यह एक बेहतरीन टीम है और सभी को इसे अपने अंदर से महसूस करना चाहिए.’

पंत को टूटे अंगूठे के साथ बल्लेबाजी करते देखना यादगार पलों में से एक

नायर मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट के दौरान चोटिल ऋषभ पंत की बल्लेबाजी से बहुत प्रभावित थे और उन्होंने कहा कि उनके रवैये ने पूरी टीम को परिभाषित किया. उन्होंने कहा, ‘ऋषभ को पैर के टूटे अंगूठे के साथ बल्लेबाजी करते देखना – यह सीरीज के सबसे यादगार पलों में से एक था. यह देखना सभी के लिए आश्चर्यजनक था. इससे पता चलता है कि वह कितने महान खिलाड़ी हैं और उससे भी महत्वपूर्ण बात है कि वह कैसे इंसान हैं.

Kamlesh Raiचीफ सब एडिटर

करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से…और पढ़ें

करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से… और पढ़ें

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