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MP Congress : मध्यप्रदेश कांग्रेस की नई जिला अध्यक्षों की सूची जारी होते ही पार्टी के भीतर गुटबाज़ी खुलकर सामने आ गई है. भोपाल में प्रवीण सक्सेना को दोबारा जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर पूर्व अध्यक्ष मोनू सक्सेना न…और पढ़ें

भोपाल. मध्यप्रदेश कांग्रेस की बहुप्रतीक्षित जिला अध्यक्षों की सूची जारी होते ही पार्टी के भीतर घमासान और गुटबाज़ी तेज हो गई है. कई जिलों में नवनियुक्त अध्यक्षों को लेकर विरोध और नाराज़गी खुलकर सामने आ रही है. भोपाल जिले की कमान एक बार फिर प्रवीण सक्सेना को सौंपे जाने पर पूर्व अध्यक्ष मोनू सक्सेना और उनके समर्थक खासे नाराज़ हैं. मोनू सक्सेना की तरफ से सोशल मीडिया पर खुलकर विरोध जताया है. उनके समर्थकों ने फेसबुक और अन्य प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर इस नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं.
दरअसल, मोनू सक्सेना, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं और इस बार जिला अध्यक्ष पद पर उनकी दावेदारी भी थी. उनका कहना है कि राहुल गांधी संगठन निर्माण की बात करते हैं, लेकिन भोपाल में संगठन का विसर्जन कर दिया गया.
भाजपा ने तीखा हमला बोला, पटवारी ने समकक्ष नेताओं को ठिकाने लगाया
इस विवाद के बीच भाजपा ने कांग्रेस की सूची पर तीखा हमला बोला है. भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष ऊषा अग्रवाल ने कहा कि यह सूची कांग्रेस संगठन नहीं, बल्कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की गुटबाज़ी और व्यक्तिगत स्वार्थ की पटकथा है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस सूची के जरिए समकक्ष नेताओं को ठिकाने लगाने और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने की साज़िश रची गई है.
महिला अपराधों में घिरे विधायक को बनाया अध्यक्ष
उन्होंने तंज कसा कि कांग्रेस ने 8 पूर्व विधायकों और कई पूर्व मंत्रियों को जिला अध्यक्ष बनाकर न केवल कार्यकर्ताओं का अपमान किया है बल्कि हार चुके नेताओं को आगे बढ़ाने का काम किया है. सतना में महिला अपराधों में घिरे विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर भी उन्होंने कांग्रेस की सोच पर सवाल उठाए.
परिवारवाद और पट्ठाबाज़ी हावी
अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस की सूची में परिवारवाद और पट्ठाबाज़ी हावी है, जबकि निष्ठावान और संभावनाशील कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया. यही कारण है कि सूची आते ही कई जिलों में असंतोष और बगावत का माहौल बन गया है. कांग्रेस की यह आंतरिक कलह भाजपा को लगातार हमले का मौका दे रही है. भाजपा नेताओं का कहना है कि जब संगठन में ही गुटबाज़ी हावी हो तो कांग्रेस जनता के भरोसे पर कभी खरी नहीं उतर सकती. यही वजह है कि मध्यप्रदेश की जनता कांग्रेस को नकार रही है और भाजपा पर भरोसा जता रही है.
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें