जबलपुर के आसपास परियट और गौर नदी में डेरा जमाने वाले मगरमच्छ अब जिले के दूसरे गांव तक पहुंच रहे हैं। जिले के घाना, सोनपुर, मटामर के बाद अब मगरमच्छों ने तमोरिया गांव में अपना नया ठिकाना बनाया है।
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गांव से लगे खेत में बीते कुछ दिनों से रोजाना मगरमच्छ दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, अभी तक इन्होंने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है, फिर भी ग्रामीणों में दहशत है। उनमें डर इस कदर बन गया है कि खेत में जाने से डरने लगे हैं। परेशान ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी है, जिसके बाद अब जल्द ही टीम मगरमच्छ का रेस्क्यू करेगी।
इसी खेत के आसपास मगरमच्छ घूमते रहते हैं। जिसके चलते किसान यहां आने में डर रहे हैं।
दरअसल बीते 10 से 12 दिनों से तमोरिया गांव में एक मगरमच्छ और उसके बच्चे दिखाई दिए हैं। अपने स्तर से ग्रामीणों ने उन्हें भगाने की कोशिश भी की, पर खेत में अधिक पानी होने के कारण वह गायब हो जाते हैं। ग्रामीणों को यह भी डर है कि खेत से लगा गांव है, कहीं ऐसा ना हो कि रात को मगरमच्छ किसी के घर में घुस जाए और नुकसान पहुंचा दे। इससे पहले कभी भी गांव के पास मगरमच्छ दिखाई नहीं दिए हैं, पहली बार ऐसा हुआ है कि गांव के खेत में ये दिखाई दे रहे हैं।

ग्रामीणों को देखते ही पानी में छिप जाते हैं मगरमच्छ।
मगरमच्छों ने की खदेड़ने की कोशिश ग्रामीण शंभू ठाकुर बताते है कि जिस खेत में मगरमच्छ घूम रहे हैं। वहां से 200 मीटर स्कूल है और बच्चे बाहर खेलते रहते हैं। शौच के लिए बच्चे और ग्रामीण अक्सर इस तरफ आया करते हैं। कई बार ऐसा भी हुआ है कि कुछ ग्रामीणों को मगरमच्छों ने खदेड़ने की कोशिश की है।
अब इनकी संख्या कितनी है, यह कहना अभी सही नहीं होगा, पर दहशत जरूर फैली हुई है कि कही, कब, मगरमच्छ खेत से बाहर निकालकर सामने ना आ जाए। आज फिर खेत के बाहर मगरमच्छ दिखा, और जैसे ही ग्रामीणों ने उसे पत्थर मारा तो वह पानी में छिप गया।

ग्रामीणों को कहना है कि जल्द ही अगर इन्हें पकड़ा नहीं गया तो बड़ी घटना हो सकती है।
ग्रामीणों ने बताया कि मगरमच्छों का झुंड नहर से होते हुए खेत तक पहुंच गया है। अभी खेती का काम भी प्रभावित हो रहा है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से मांग की है, कि जल्द से जल्द रेस्क्यू कर राहत पहुंचाई जाए, नहीं तो, कभी कोई बड़ी घटना हो सकती है।
इधर, वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ग्राम तमोरिया में ग्रामीणों ने बताया कि खेत में कुछ मगरमच्छ दिखाई दे रहे है, जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा। वर्तमान में पानी ज्यादा होने के कारण रेस्क्यू करने में परेशानी आ रही है।