6 घंटे तक लाइट नहीं रहने से परेशान होती रहीं प्रसूताएं।
कटनी ज़िले के बड़वारा में शनिवार को 6 घंटे से ज़्यादा समय तक बिजली गुल रहने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई। दोपहर 1 से रात 7:40 बजे तक बिजली नहीं होने के कारण बड़वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डिलीवरी वार्ड में भर्ती प्रसूताएं और उनके नवजात बच्चे
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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डिलीवरी वार्ड में करीब 10 प्रसूताएं अपने नवजात बच्चों के साथ भर्ती थीं। इनमें से ज़्यादातर का जन्म दो-तीन दिन पहले हुआ था, जबकि एक नवजात का जन्म उसी दिन हुआ था। बिजली बंद होने के कारण इनवर्टर का बैकअप भी खत्म हो गया।
प्रसूता मनीषा चौधरी ने बताया कि उन्होंने दोपहर में ही बच्चे को जन्म दिया है। कूलर-पंखे नहीं होने के कारण गर्मी से उनकी हालत खराब हो रही है। वहीं वंदना यादव ने कहा, “हम तो किसी तरह गर्मी बर्दाश्त कर ले रहे हैं, लेकिन ये छोटे बच्चे कैसे सहेंगे? 6 घंटे से बच्चे गर्मी से तड़प रहे हैं, लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है।” उन्होंने सवाल उठाया कि अगर अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं थी, तो उन्हें डिलीवरी के लिए बुलाया ही क्यों गया था।
कांग्रेस ने व्यवस्था को बताया ‘भगवान भरोसे’
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विकास निगम ने इस अव्यवस्था के लिए ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बीएमओ) और स्थानीय विधायक को ज़िम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि बड़वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह से भगवान भरोसे चल रहा है, जहां न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं और न ही ज़रूरी स्वास्थ्य सुविधाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि विरोध प्रदर्शन की चेतावनी के बाद ही बिजली बहाल की जा सकी।
विकास निगम ने यह भी बताया कि बड़वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ का पद लंबे समय से खाली है और डॉक्टरों की भारी कमी है। छह में से पांच डॉक्टरों के पद खाली पड़े हैं और केवल एक ही डॉक्टर काम कर रहा है। इसके अलावा एनआरसी (कुपोषण उपचार केंद्र) वार्ड पर भी ताला लगा हुआ है।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में जनरल वार्ड न होने के कारण ईको वार्ड को ही जनरल वार्ड के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। डॉक्टरों की कमी के चलते ज़्यादातर मरीजों को ज़िला अस्पताल रेफर करना पड़ता है, जिससे ज़िला अस्पताल पर भी दबाव बढ़ रहा है।
अधिकारियों ने मानी समस्या
इस मामले पर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर राममणि पटेल ने स्वीकार किया कि बिजली बंद होने से इनवर्टर का बैकअप खत्म हो गया था, जिससे मरीजों को समस्या हुई। उन्होंने बताया कि अब बिजली बहाल कर दी गई है। वहीं बिजली कटौती के संबंध में बड़वारा के कनिष्ठ विद्युत अभियंता सेमी यादव ने बताया कि मुख्य 33 केवी लाइन में फाल्ट आने से बिजली बंद हुई थी, जिसे सुधार के बाद बहाल कर दिया गया है।