बिना डॉक्टर-हॉस्पिटल! बघेलखंड में देसी नुस्खे कर रहे गठिया और एड़ी दर्द का रामबाण इलाज, आप भी करें 1 बार ट्राई

बिना डॉक्टर-हॉस्पिटल! बघेलखंड में देसी नुस्खे कर रहे गठिया और एड़ी दर्द का रामबाण इलाज, आप भी करें 1 बार ट्राई


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बघेलखंड में आज भी गठिया और एड़ी दर्द जैसी बीमारियों के लिए देसी नुस्खों का सहारा लिया जाता है. यहां के लोग डॉक्टर के पास ना जाके घर के किचन में ही इसका इलाद खोज लिए हैं.

सतना. आधुनिक दौर में, जहां लोग गठिया और एड़ी दर्द जैसी समस्याओं के इलाज के लिए महंगे अस्पतालों और डॉक्टरों पर निर्भर रहते हैं, तो वहीं बघेलखंड के लोग आज भी अपनी पुरानी परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों पर विश्वास कर इन समस्याओं से आराम पा रहे हैं. यहां के लोग बताते हैं कि बुजुर्ग पीढ़ी ने कभी भी डॉक्टरों और महंगी दवाओं के सहारे इन बीमारियों से लड़ाई नहीं लड़ी, बल्कि रसोईघर में मौजूद घरेलू सामग्री से ही बने लेप से राहत पाई है.

घरेलू नुस्खों से गठिया में राहत
लोकल 18 से बातचीत में स्थानीय निवासी उर्मिला मिश्रा ने साझा किया कि पुराने समय में जब बुजुर्गों के घुटनों में दर्द होता था, तो वे देसी उपाय अपनाते थे और आज भी वही परंपरा कायम है. उन्होंने बताया कि गठिया या घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए लहसुन, मेथी दाना, हल्दी, प्याज, अलसी और नारियल या जैतून के तेल का उपयोग कर पेस्ट तैयार किया जाता है. इस पेस्ट को हल्का गुनगुना कर घुटनों पर लगाकर 15 मिनट तक छोड़ देना चाहिए. दिन में 3 से 4 बार यह प्रक्रिया अपनाने से दर्द में धीरे-धीरे आराम मिलने लगता है.

एड़ी दर्द के लिए आसान उपाय
सिर्फ घुटने ही नहीं, एड़ी दर्द के लिए भी यहां के लोग घरेलू उपायों पर भरोसा करते हैं. इसके लिए दो टब तैयार करने होते हैं, जिसमे एक में बर्फ वाला ठंडा पानी और दूसरे में हल्का गुनगुना पानी डालना होता है. फिर पैरों को पहले ठंडे पानी में डुबोकर रखा तब तक रखा जाता है , जब तक सहा जा सके और फिर पैर निकालकर गुनगुने पानी में डाल दिया जाता है. यह प्रक्रिया 6 से 8 बार दोहराने पर कुछ ही दिनों में एड़ी के दर्द से राहत मिल जाती है.

देसी तरीके से ही करते है इलाज 
आज जब लोग हर छोटी-बड़ी बीमारी के लिए दवाओं और ऑपरेशन का सहारा लेने लगे हैं, तब भी बघेलखंड की परंपरागत पद्धतियां न केवल किफायती हैं, बल्कि प्रभावी भी साबित हो रही हैं. विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे घरेलू नुस्खे हमारी जीवनशैली और खानपान के अनुरूप हैं. इसलिए इनका असर लंबे समय तक टिकाऊ होता है.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a…और पढ़ें

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डॉक्टर नहीं, बघेलखंड में देसी नुस्खे कर रहे गठिया और एड़ी दर्द का रामबाण इलाज

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.



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