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Hairfall Ayurvedic Treatment: बाल झड़ने और बेजान बालों की समस्या का जड़ से इलाज अब आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से संभव है. जानिए घरेलू नुस्खे और प्राकृतिक उपाय, जिनसे बाल होंगे घने, लंबे और मजबूत. पढ़ें बालों की सही देखभाल और आयुर्वेदिक हेयर केयर टिप्स.

आज के समय में बालों का झड़ना, स्लो ग्रोथ और रूखापन एक आम समस्या बन गई है. बाजार की केमिकलयुक्त चीजें अस्थायी समाधान देती हैं लेकिन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां बालों की जड़ों को गहराई से पोषण देकर लंबे समय तक बालों को मजबूत और घना बनाती हैं.

भृंगराज को आयुर्वेद में बालों का राजा कहा जाता है. इसका तेल स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाकर जड़ों को मजबूत करता है जिससे बाल घने और लंबे बनते हैं.

विटामिन-सी से भरपूर आंवला बालों को प्राकृतिक चमक देता है. इसका रस या पाउडर लगाने से बालों का झड़ना रुकता है और नए बालों का विकास तेजी से होता है.

मेथी के दानों में मौजूद प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड बालों की जड़ों को गहराई से पोषण देते हैं. इसका पेस्ट बालों के झड़ने को रोककर नए बालों की ग्रोथ को तेज करता है.

ब्राह्मी न केवल स्कैल्प को ठंडक देती है बल्कि मानसिक तनाव भी कम करती है. यही वजह है कि यह हेयर फॉलिकल्स को मजबूत कर बालों को तेजी से बढ़ाने में मददगार साबित होती है.

एलोवेरा स्कैल्प की नमी बनाए रखता है और रूसी जैसी समस्याओं को खत्म करता है. इसके एंजाइम बालों के विकास को प्राकृतिक रूप से बढ़ावा देते हैं.

करी पत्ते में मौजूद बीटा-कैरोटीन और प्रोटीन बालों के झड़ने को रोकते हैं. इसके साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बालों को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाकर उनकी उम्र बढ़ाते हैं.

गुड़हल के फूलों में मौजूद अमीनो एसिड और विटामिन-सी बालों को मजबूती देते हैं. यह न सिर्फ ग्रोथ बढ़ाता है बल्कि बालों को घना भी बनाता है.

रीठा एक प्राकृतिक क्लींजर है जो स्कैल्प को साफ रखता है और हेयर फॉलिकल्स को स्वस्थ बनाता है. इससे बाल झड़ने के बजाय और मजबूत हो जाते हैं.

शिकाकाई बालों को प्राकृतिक कंडीशनिंग देता है. यह न केवल विकास को बढ़ावा देता है बल्कि बालों को मुलायम और चमकदार भी बनाये रखता है.