पन्ना जिला मुख्यालय में 100 सीटों वाले मेडिकल कॉलेज के निर्माण को लेकर सोमवार को जबलपुर में मुख्यमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की मौजूदगी में एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए। यह मेडिकल कॉलेज राष्ट्रीय राजमार्ग 39 पर जनवार के पास बनाया
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पीपीपी मॉडल पर होगा निर्माण
यह मेडिकल कॉलेज पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर बनाया जाएगा, जिसकी अनुमानित लागत 260 करोड़ रुपए है। इस परियोजना के लिए भोपाल की संस्था आयुष्यमति एजुकेशन एंड सोशल सोसाइटी के साथ अनुबंध किया गया है। पन्ना जिला प्रशासन ने करीब 9 महीने पहले ही जनवार के पास 25 एकड़ भूमि चिह्नित कर ली थी।
इस मॉडल के तहत प्रदेश सरकार ने निजी निवेशकों को 99 साल की लीज पर जमीन उपलब्ध कराई है। यह कदम पन्ना में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहमपहल है, क्योंकि अभी तक यहां के लोगों को बेहतर इलाज के लिए दूसरे जिलों पर निर्भर रहना पड़ता था।
जल्द ही शुरू होगा निर्माण कार्य
जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक सूचना केंद्र में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति में यह एमओयू साइन किया गया। इस समझौते के बाद, पन्ना में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। साथ ही जिला अस्पताल पन्ना में भी 100 बेड का एक मेडिकल कॉलेज पीपीपी मोड से खोला जाएगा।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद पन्ना के छात्रों को चिकित्सा शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा और स्थानीय लोगों को भी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।