कोकता स्थित पशुपालन विभाग की 99 एकड़ जमीन को लेकर हुए सीमांकन के बाद कब्जेदारों के नाम सामने आ गए हैं। मछली परिवार के साथ ही डायमंड सिटी कॉलोनी, कोर्टयार्ड, कोर्टयार्ड प्राइम सहित अन्य कॉलोनियों और निजी कब्जों को लेकर नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इसके
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इसको लेकर एक दौर की बैठक हो चुकी है। कब्जों को लेकर जिला प्रशासन ने पशुपालन विभाग के आवेदन पर इस जमीन का सीमांकन कराया है, जिसमें नगर निगम और नेशनल हाइवे का कब्जा सामने आया है। ऐसे में नगर निगम की दुकानें, एसटीपी और पेट्रोल पंप को तोड़ा नहीं जा सकता है। अफसर बीच का रास्ता निकालते हुए इस जमीन को सरेंडर करने की योजना बना रहे हैं।
जिला प्रशासन के अफसरों ने बताया कि पशुपालन विभाग की जमीन पर जिनका कब्जा है, उन्हें सोमवार को नोटिस जारी करने के बाद बेदखली की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, उनका पक्ष भी सुना जाएगा। गौरतलब है कि नगर निगम की 50 दुकानें, एसटीपी प्लांट, एचपी पेट्रोल पंप, कोर्टयार्ड कॉलोनी का गेट पहुंच मार्ग और पार्क, डायमंड सिटी कॉलोनी का पहुंच मार्ग और बीस मकान, द ग्रीन स्केप मेंशन शादी हाल रिसोर्ट, बीपीएस स्कूल, राजधानी परिसर पहुंच मार्ग, कोकता मुख्य बायपास 400 फीट, फर्शी पत्थर की दुकान, चार एकड़ 30 डेसीमल जमीन पर खेती, शंकराचार्य फार्म का पहुंच मार्ग और एक एकड़ पर फार्म हाउस और पक्का निर्माण सामने आया है।
कब्जे में क्या शामिल सीमांकन की फील्ड बुक में चार कॉलोनियों के गेट, सड़क और पार्क भी कब्जे में शामिल हैं। डायमंड सिटी में 20 मकान, बीपीएस स्कूल, शादी हॉल-रिसोर्ट, एक एकड़ जमीन पर खेती, फार्म हाउस और पक्का निर्माण और 130 डेसीमल भूमि पर अवैध तरीके से खेती करना पाया गया है। इधर, डायमंड सिटी के लोगों ने रजिस्ट्री और नामांतरण तो कराया,पर बंटान और नक्शा अपडेट नहीं कराया।
अब आगे क्या सीमांकन की रिपोर्ट के बाद धारा-250 के तहत पशुपालन विभाग को आवेदन पेश करना होगा। फिर अतिक्रमणकारियों को नोटिस देंगे। उनका पक्ष सुना जाएगा। असके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी।