मध्य प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. सांकेतिक फोटो.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना (Corona) के एक्टिव केस बढ़ने के साथ ही ऑक्सीजन (Oxygen) की डिमांड भी तेजी के साथ बढ़ गई है.
प्रदेश के जबलपुर समेत तकरीबन 15 जिलों में महाराष्ट्र से ऑक्सीजन की सप्लाई पर आपूर्ति की जाती है. ऐसे में सरकार अब ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुनिश्चित करने की कवायद में जुट गई है. हालांकि सरकार महाराष्ट्र सरकार से बात कर ऑक्सीजन की सप्लाई को सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है. प्रदेश में ऑक्सीजन सप्लाई की निगरानी के लिए सरकार ने आईएएस धनराजू एस को नोडल अफसर बनाया है. साथ ही सरकार ने सभी इंडस्ट्री को कहा है कि वह ऑक्सीजन की खपत को घटाकर पहले मेडिकल के क्षेत्र के लिए सुनिश्चित करें. साथ ही ऑक्सीजन की संभावनाओं को टटोलने में भी सरकारी अमला जुट गया है.
हर दिन 90 टन डिमांड
मिली जानकारी के मुताबिक अगस्त महीने में हर दिन 90 टन ऑक्सीजन की डिमांड रही है, लेकिन अब यह तेजी के साथ बढ़ रही है और ऑक्सीजन की बढ़ती डिमांड ही सरकार के लिए परेशानी का सबब बन गई है. फिलहाल मध्य प्रदेश में ऑक्सीजन की डिमांड छत्तीसगढ़ गुजरात और महाराष्ट्र से पूरी हो रही है, लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार के ऑक्सीजन की सप्लाई पर रोक लगाने के बाद ऑक्सीजन का संकट खड़ा हो गया है.ये भी पढ़ें: PM नरेन्द्र मोदी के 70वें जन्मदिन को खास बनाएगी एमपी BJP, होंगे ये 70 नेक काम
स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है की ऑक्सीजन की कमी को पूरा कर लिया जाएग. महाराष्ट सरकार से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बात करेंगे और ऑक्सीजन की सप्लाई को सुनिश्चित किया जाएगा. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है की संघीय ढांचे में राज्यों को परस्पर सहयोग करना होता है और इसी के तहत प्रदेश सरकार महाराष्ट्र सरकार से ऑक्सीजन की सप्लाई को शुरू करने को लेकर चर्चा करेगी.
कांग्रेस ने लगाए आरोप
ऑक्सीजन किल्लत को लेकर सियासत भी गरमा गई है. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर ने ऑक्सीजन के उत्पादन में मध्यप्रदेश के आत्मनिर्भर नहीं होने पर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के मुताबिक सरकार को स्वास्थ सेवाओं पर फोकस करना चाहिए. पूर्व मंत्री ने कहा है कि यदि प्रदेश में ऑक्सीजन सप्लाई करने को लेकर महाराज सरकार से बात करनी हो तो कांग्रेस भी सरकार के साथ खड़ी होगी.