संत ने रुक्मिणी विवाह प्रसंग में प्रेम-भक्ति की विजय बताई: धार के ग्राम नवासा में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का समापन – Dhar News

संत ने रुक्मिणी विवाह प्रसंग में प्रेम-भक्ति की विजय बताई:  धार के ग्राम नवासा में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का समापन – Dhar News


धार के ग्राम नवासा में स्वर्गीय ठाकुर करण सिंह राठौर की स्मृति में आयोजित सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा संपन्न हुई। कथा का आयोजन 15 से 21 सितंबर तक पितृ मोक्ष कल्याण के लिए किया गया।

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मुख्य कथावाचक राष्ट्रीय संत बाल योगेश्वर श्री 108 रामचरण दास त्यागी महाराज ने कथा का वर्णन किया। कथा के मुख्य यजमान नवासा के पूर्व सरपंच जसवंत सिंह राठौर थे। विश्राम दिवस पर संत रामचरण दास त्यागी ने कंस वध और श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह प्रसंग का वर्णन किया।

संत रामचरण दास त्यागी ने कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन धर्म स्थापना और युद्ध विजय तक ही सीमित नहीं था। उनका जीवन प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिक चेतना से जुड़ा था। रुक्मिणी विवाह प्रसंग को उन्होंने सच्चे प्रेम और भक्ति की विजय बताया।

उन्होंने बताया कि रुक्मिणी ने श्रीकृष्ण को मन, वचन और कर्म से अपना पति माना था। रुक्मिणी के भाई रुक्मी ने विवाह रोकने का प्रयास किया। लेकिन सच्चे प्रेम और अडिग भक्ति की विजय हुई।

कथा में संत श्याम दास, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी संजय शर्मा और सामाजिक कार्यकर्ता हरीश रघुवंशी समेत कई क्षेत्रीय धर्मप्रेमी शामिल हुए। विश्राम दिवस पर गांव में शोभायात्रा निकाली गई और महाप्रसाद का वितरण किया गया।



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