17 वर्षीय नाबालिग ने फांसी लगाकर दी जान: फंदे से उतारकर पड़ोसी बाइक पर ले गए हॉस्पिटल, तब तक हो चुकी थी मौत – Gwalior News

17 वर्षीय नाबालिग ने फांसी लगाकर दी जान:  फंदे से उतारकर पड़ोसी बाइक पर ले गए हॉस्पिटल, तब तक हो चुकी थी मौत – Gwalior News



शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

ग्वालियर के बरा गांव में एक 17 वर्षीय नाबालिग ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के समय नाबालिग की मां बाजार और पिता काम पर गए थे। जब वह लौटकर आए तो बेटी फांसी पर लटकी मिली। गेट तोड़कर पड़ोसी दो युवक नाबालिग को बाइक पर लेकर पास ही एक हॉस्पिटल पहुंचे, लेकिन

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घटना बरा गांव में सोमवार शाम की है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर मर्ग कायम कर लिया है। पुलिस पता लगा रही है कि नाबालिग ने आखिरकार यह कदम क्यों उठाया है। पुलिस खुदकुशी के कारणों की पड़ताल कर रही है। शहर के बहोड़ापुर थाना स्थित बरा गांव निवासी 55 वर्षीय इशाक खान पेशे से ऑटो चालक हैं। इशाक के चार बेटियां हैं। तीन बड़ी बेटियों की वह शादी कर चुके हैं। सोमवार सुबह वह ऑटो लेकर काम पर निकल गया था, जबकि दोपहर 1 बजे के लगभग इशाक की पत्नी जूली भी घर गृहस्थी की शॉपिंग के लिए बाजार चली गई थी। इस दौरान घर में उसकी नाबालिग बेटी नरगिस खान अकेली थी।

शाम को जब जूली वापस लौटी तो देखा कि घर के दरवाजे अंदर से बंद थे। काफी देर गेट बजाने के बाद भी अंदर से कोई रिस्पोंस नहीं आया तो महिला ने खिड़की से झांक कर देखा। अंदर पंखे के कुंदे से बेटी नरगिस ने दुपट्‌टे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। इस पर मां की चीख निकल गई। चीख सुनकर आसपास के लाेग एकत्रित हो गए। पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़कर तत्काल नरगिस को फंदे से नीचे उतारा है। तत्काल पड़ोसी मोनू और सफीक बाइक पर ही नरगिस को लेकर पास ही स्थित डॉ. संजय सक्सेना के हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने नाबालिग को मृत घोषित कर दिया। क्या है खुदकुशी का कारण, तलाश रही पुलिस पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतका के मां-पिता से भी बातचीत की है, लेकिन कोई नाबालिग के यह कदम उठाने के पीछे कारण नहीं बता पा रहा है। पुलिस को आशंका है कि घर में ही किसी बात से नाबालिग तनाव में थी और उसने यह कदम उठा लिया।



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