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Khandwa News: किंग कोबरा के पास भी जहर सीमित मात्रा में ही होता है. वह हर शिकार पर अपना जहर खर्च नहीं करता है. जब उसे लगता है कि सामने वाले से कोई खतरा नहीं है, तब वह सिर्फ डराने के लिए काटता है.
खंडवा. भारत में हर साल हजारों लोग सांप के काटने का शिकार होते हैं. इनमें सबसे ज्यादा खतरनाक माने जाते हैं कोबरा जैसे जहरीले सांप लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि कोबरा के काटने के काटने के बाद भी कुछ लोग बिना इलाज के ठीक हो जाते हैं. आज हम जानेंगे कि यह कैसे मुमकिन है और क्या सच में कोबरा का जहर हर बार जानलेवा होता है. खंडवा निवासी एक्सपर्ट डॉ अनिल पटेल ने लोकल 18 को बताया कि यह बिल्कुल संभव है. हालांकि कोबरा का जहर बहुत खतरनाक होता है लेकिन हर बार उसका असर एक जैसा नहीं होता. कई बार सांप ड्राई बाइट करता है, यानी वह काटता तो है लेकिन जहर नहीं छोड़ता. ड्राई बाइट यानी ऐसा काटना जिसमें जहर शरीर में नहीं पहुंचता. रिसर्च के मुताबिक, सांपों के काटने के करीब 20-25 फीसदी मामले ड्राई बाइट के होते हैं.
एंटी-वेनम आसानी से उपलब्ध
डॉ अनिल पटेल ने आगे कहा कि चाहे जहर गया हो या नहीं, किसी भी सांप के काटने के बाद तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. कई बार जहर का असर धीरे-धीरे होता है और देर करना जानलेवा हो सकता है. सांप के काटने के बाद सही इलाज, समय पर एंटी-वेनम और ब्लड प्रेशर की निगरानी बहुत जरूरी होती है. भारत में अब एंटी-वेनम आसानी से उपलब्ध है.
मरीज को तुरंत ले जाएं अस्पताल
उन्होंने कहा कि कई लोगों में यह भी भ्रम है कि नींबू, नमक, झाड़फूंक जैसी चीजों से इलाज किया जा सकता है. यह गांवों और आदिवासी इलाके में खूब होता है लेकिन इसके लिए डॉक्टर मना करते हैं. ऐसा करने से आपकी जान जा सकती है. यह सब अंधविश्वास है. इनसे समय बर्बाद होता है और मरीज की हालत बिगड़ सकती है. सांप के काटने के तुरंत बाद मरीज को अस्पताल ले जाएं. यहीं एकमात्र सही रास्ता है.
सांप के काटने को हल्के में न लें
तो आपने जाना कि किंग कोबरा के काटने के बाद भी अगर इंसान बच जाता है, तो उसकी वजह ड्राई बाइट या हल्का जहर होना हो सकता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हर बार ऐसा ही होगा. सांप के काटने को कभी हल्के में न लें. तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और इलाज कराएं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.