डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला की तस्वीर को कफ सिरप पिलाकर प्रतीकात्मक विरोध जताते पीसीसी के मीडिया कोऑर्डिनेटर अभिनव बारोलिया।
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले में एक बार फिर सियासत गरमा गई है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि सरकार को उन प्रभावित परिवारों की मदद की घोषणा करना चाहिए, जिन्होंने इस लापरवाही की वजह से अपने बच्चों
.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मामले में सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- छिंदवाड़ा में कफ सिरप के उपयोग से किडनी फेल होने के कारण 7 बच्चों की मौत होना बेहद दुखद घटना है। बच्चों को दिए कफ सिरप के सैंपल में डायएथिलीन ग्लाइकोल पाया गया। यह एक औद्योगिक सॉल्वेंट है। जिसका उपयोग पेंट, वार्निश, ब्रेक फ्लूइड और अन्य इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स में होता है। सिंघार ने लिखा है कि एमपी की मोहन यादव सरकार को इस हादसे की खबर भी है या नहीं।
ऐसे मिलावटी सिरप से इंडोनेशिया, अफ्रीकी देश गाम्बिया में पहले भी बच्चों की मौतें हो चुकी हैं। सरकार को उन प्रभावित परिवारों की मदद की घोषणा करना चाहिए, जिन्होंने इस लापरवाही की वजह से अपने बच्चों को खोया है।
3 दवाइयों के रिपोर्ट में हानिकारक तत्व नहीं मिले
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा है कि लगभग 12 प्रकार की दवाइयों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अभी 3 दवाइयों के सैंपल की जांच की रिपोर्ट आई है, उनमें किसी प्रकार के ऐसे तत्व नहीं मिले हैं, जिसके कारण यह कहा जा सके कि मौत इन दवाइयों के कारण हुई है। बाकी बची हुई दवाइयों के सैंपल की रिपोर्ट आज शाम तक आने की उम्मीद है। रिपोर्ट आने के बाद ही समझ में आएगा कि यह कफ सिरप के कारण हुआ है या अन्य किसी दवाई के कारण हुआ है।
कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर ने डिप्टी सीएम की तस्वीर को पिलाया कफ सिरप
उधर, शुक्रवार को इस मामले में बढ़ी सियासत के बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर अभिनव बरोलिया ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर कफ सिरप लेकर उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल की तस्वीर को कफ सिरप पिलाया।
अभिनव बरोलिया ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में कफ सिरप का अवैध व्यापार फल फूल रहा है और स्वास्थ्य मंत्री क्लीन चिट दिए जा रहे हैं। जबकि छिंदवाड़ा सहित प्रदेश के अन्य जिलों में कफ सिरप के कारण बच्चों की मौत हो रही है।
वहीं विंध्य के सभी जिलों में कफ सिरप का अवैध व्यापार संचालित हो रहा है। अभिनव बारोलिया ने सरकार से मांग की है कि पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और किस कारण से बच्चों की मौत हो रही है, इसका कारण सरकार को बताना चाहिए।
मामले से जुड़ी ये खबरें भी पढे़ं…
ज्यादा मुनाफे के लिए कफ सिरप में गैरकानूनी केमिकल बढ़ाया
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 9 बच्चों की किडनी फेल होने से मौत के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि बच्चों को बीमार होने के बाद जो खांसी की सिरप दी गई, उसमें व्हीकल इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाला केमिकल एथिलीन ग्लाइकॉल और डाइएथिलीन ग्लाइकॉल मिला हुआ था। पढ़िए पूरी खबर।