गावस्कर-गांगुली से लेकर कोहली तक, कब-कब छिनी कप्तानी, रोहित क्यों बने शिकार?

गावस्कर-गांगुली से लेकर कोहली तक, कब-कब छिनी कप्तानी, रोहित क्यों बने शिकार?


कपिल देव : 1983 वर्ल्ड कप से पहले अचानक एक चौंकाने वाला फैसला लिया गया, जब गावस्कर को दोबारा कप्तान बना दिया गया. वर्ल्ड कप से महज 6 माह पहले लिया गया यह फैसला चौंकाने वाला था, हालांकि वर्ल्डकप में टीम की कप्तानी फिर किपल देव को दी गई. इसके बाद फिर गावस्कर को कप्तानी दी गई, 1984-85 के इंग्लैंड टूर पर 5-0 से मिली हार के बाद गावस्कर ने कहा कि कप्तानी मेरे लिए बोझ बन गई है और इसे छोड़ दिया. इसके बाद फिर कपिल देव को कप्तानी सौंप दी गई.

मोहम्मद अजहरुद्दीन: अजहरुद्दीन भारत के अच्छे कप्तानों में शामिल हैं, मैच फिक्सिंग में नाम आने के बाद न सिर्फ उन्हें न सिर्फ टीम कप्तानी से हाथ धोना पड़ा, बल्कि टीम से भी निकाल दिया गया. सन् 2000 में उन पर प्रतिबंध लगा वह आजीवन क्रिकेट नहीं खेल सकते थे, मगर बाद में कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया. हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी और उनका क्रिकेट करियर खत्म हो चुका था.

सौरव गांगुली : टीम में विदेशी धरती पर लड़ने का जज्बा भरने वाले कप्तान के तौर पर सौरव गांगुली का नाम सबसे ऊपर लिया जाता है. क्रिकेट प्रेमी ऐसा मानते हैं कि भारत में आज जो जीतने की जिद है, उसकी शुरुआत असल में गांगुली ने ही की थी. 2005 में कोच ग्रेग चैपल से विवाद के बाद गांगुली पर गुटबाजी के आरोप लगे. जिम्बावे दौरे के बाद सौरव को हटा दिया गया और उनकी जगह राहुल द्रविड़ को कप्तानी दी गई. 2006 में गांगुली ने टीम में वापसी की, मगर कप्तान नहीं बनाया गया. गांगुली ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में कहा था कि कप्तानी छिनना दर्द देता है, लेकिन ये क्रिकेट सिखाता है, कभी हार नहीं माननी चाहिए.

राहुल द्रविड़: सौरव गांगुली के बाद राहुल द्रविड़ को कप्तानी दी गई, मगर भारत की ये दीवार कप्तानी में कुछ खास नहीं कर सकी. 2007 वर्ल्डकप में फ्लॉप प्रदर्शन के बाद राहुल द्रविड़ ने खुद कप्तानी से हटने का ऐलान किया, हालांकि ऐसा दावा किया गया कि उन्होंने यह फैसला बोर्ड और चयनकर्ताओं के दबाव में लिया था. इसके बाद धोनी को कप्तान बनाया गया.

विराट कोहली: विराट कोहली को 2014-15 में टेस्ट की कप्तानी दी गई थी, 68 मैचों में से 40 जीत के साथ उनका विन रेट 58.82% रहा. 2021 में कोहली ने टी-20 की कप्तानी छोड़ी, कोहली का तर्क था कि उन पर वर्कलोड ज्यादा है. इसके बाद 2021 दिसंबर में उनसे वनडे की कप्तानी छीन ली गई. रोहित शर्मा को कमान दी गई. कोहली ने इस पर कहा था कि बीसीसीआई ने मुझसे नहीं पूछा था. 2022 में साउथ अफ्रीका में 2-1 से हार के बाद उन्होंने टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ दी थी.

रोहित शर्मा भारत के सबसे सफल वनडे कप्तानों में शामिल हैं, 2021 दिसंबर से अब तक वह 56 वनडे मैचों में टीम की कप्तानी कर चुके हैं, इनमें से 42 में भारतीय टीम को जीत मिली है. ईसएसपीएन क्रिकइंफो की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने रोहित की कप्तानी में 2023 एशिया कप जीता, 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती और 2023 वर्ल्ड कप में फाइनल तक पहुंचे. हालांकि चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने गिल को कप्तान बनाने का फैसला लिया.

इसे उन्होंने जनरेशन शिफ्ट कहा. दरअसल रोहित शर्मा की उम्र 38 साल हो गई है. अगला वर्ल्ड कप 2027 में है, ऐसे में उस समय तक रोहित शर्मा की उम्र तकरीबन 40 साल तक हो जाएगी. अगर वर्ल्ड कप से पहले कप्तान को बदला गया तो वर्ल्ड कप में अनुभव की कमी नजर आ सकती है. ऐसे में गिल को इसलिए कमान सौंपी गईं ताकि उन्हें ज्यादा वक्त मिल सके. अगरकर ने कहा कि रोहित टीम में रहेंगे और गिल को तैयार करेंगे.



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