हरदा जिले में आम किसान यूनियन ने रविवार को कई गांवों में विशाल ट्रैक्टर रैली और ज्ञापन कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें खराब हुई फसलों के लिए तत्काल राहत राशि और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदी की मांग की गई। ये रैली ग्राम पंचायत भन्नास, अबगांवकला
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सरकार भावांतर योजना को समाप्त करें- किसान
किसानों की प्रमुख मांगों में अतिवृष्टि, कीट और वायरस से नष्ट हुई फसलों का तत्काल सर्वे कर मुआवजा प्रदान करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, भावांतर योजना को समाप्त कर सभी फसलों की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर करने व 2018 के भावांतर की बकाया राशि का भुगतान करने की मांग की गई। किसानों का कहना है कि प्रत्येक पंचायत स्तर पर डीएपी तथा यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
विभिन्न मांगों के लेकर किसानों ने ज्ञापन दिया
आवारा पशुओं से सुरक्षा की मांग
किसानों ने आवारा मवेशियों से फसलों की सुरक्षा और खेतों के रास्तों का अर्थवर्क कराने की भी मांग की। आम किसान यूनियन अब तक 17 से अधिक ग्राम पंचायतों में ट्रैक्टर रैली और ज्ञापन कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाए, तो जिला और राजधानी स्तर पर विशाल और अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
राजधानी जाम करने की चेतावनी दी
ग्राम भुन्नास के किसान दीपक और सोनू सिरोही ने कहा कि जब न्यूनतम समर्थन मूल्य सरकार द्वारा घोषित है, तो किसानों को यह क्यों नहीं प्रदान किया जाता। ग्राम रेलवा के किसान राकेश दुगाया और अनिल मातवा ने मांग की कि जिन किसानों की सोयाबीन और मक्का की फसल खराब हो गई है, उन्हें तुरंत राहत राशि दी जाए। पारदर्शिता से सर्वे कर बीमा का उचित लाभ मिले। किसानों ने कहा कि यदि उनकी सभी मांगों पर सरकार किसान हित में निर्णय नहीं लेती है, तो जल्द ही भोपाल को जाम किया जाएगा।

किसानों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी