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- Sridhar Vembu Has Created A Desi Version Of WhatsApp Called ‘Arattai’.
16 मिनट पहले
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भारतीय कंपनी ZOHO इस समय दो कारणों से चर्चे में हैं। शिक्षा मंत्रालय ने सभी सरकारी दफ्तरों को अपने डॉक्यूमेंट रिलेटेड कामों के लिए ZOHO Office Suite का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया है। वहीं, ZOHO कंपनी द्वारा बनाई गई Arattai एप आनंद महिंद्रा ने डाउनलोड किया और सराहा है। ZOHO कंपनी और इसके फाउंडर श्रीधर वेम्बू दोनों भारतीय हैं।
वेम्बू एक अरबपति उद्योगपति हैं और ZOHO Corporation के संस्थापक और पूर्व CEO हैं। अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी में लाखों की नौकरी छोड़कर वो बिना किसी शोर शराबे, दिखाने के गांव में रहते हैं। गांव से ही अपनी करोड़ों की कंपनी चलाते हैं।
दरअसल, Arattai ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 27 सितंबर, 2025 को एक पोस्ट किया, ‘आधिकारिक तौर पर हम सोशल नेटवर्किंग में एप स्टोर पर पहले नंबर पर आ गए हैं। हर Arattai यूजर का शुक्रिया, जिन्होंने इसे संभव बनाया है।’

Arattai एक मैसेंजिंग एप है। यह तमिल भाषा का शब्द है, जिसका मतलब बातचीत होता है। इस एप में ऑडियो-वीडियो कॉल के अलावा कोट का भी फीचर है।

वेम्बू का जन्म तमिलनाडु के तंजावुर जिले के एक मध्यमवर्गीय तमिल हिंदू परिवार में हुआ था। वेम्बू ने अमेरिका के कैलिफोर्निया की सिलिकॉन वैली से अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने सॉफ्टवेयर कंपनी क्वालकॉम (Qualcomm) में वायरलेस इंजीनियर के रूप में काम किया। Qualcomm में रहते हुए वो सैन फ्रांसिस्को बे एरिया चले गए और फिर सैन होजे तथा प्लेजैनटन में रहे।

1996 में ZOHO Corporation की शुरुआत की
साल 1996 में वेम्बू ने अपने दो भाइयों और मित्र टोनी थॉमस के साथ मिलकर ‘एडवेंटनेट (AdventNet)’ नाम की एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी की शुरुआत की। ये कंपनी नेटवर्क सॉल्यूशन प्रोवाइड करती थी। साल 2009 में इसी कंपनी का नाम बदलकर ‘ZOHO Corporation’ रखा गया।
इसी साल ZOHO ने क्लाउड-आधारित SaaS (Software as a Service) मॉडल पर काम शुरू किया। इसके अलावा, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट (CRM) और अन्य दूसरे सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन प्रोवाइड करने लगी।

श्रीधर ने 2004 में ZOHO यूनिवर्सिटी की स्थापना की, जिसे अब ZOHO स्कूल्स ऑफ लर्निंग के नाम से भी जाना जाता है।
धीरे-धीरे ZOHO भारत की लीडिंग सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट कंपनी और क्लाउड में उभरती हुई अग्रणी कंपनी बन गई। साल 2016 तक इस कंपनी में 3000 से ज्यादा एम्पलॉई काम करने लगे थे। ZOHO आज दुनिया की अग्रणी SaaS कंपनियों में से है और पूरी तरह से बूटस्ट्रैप्ड यानी बिना बाहरी निवेश के विकसित हुई है।
अमेरिका छोड़कर तमिलनाडु के गांव में बसे
2019 में वेम्बू अमेरिका छोड़कर दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु के बजाय तमिलनाडु के तेनाकासी जिले के एक छोटे से गांव में बसने का निर्णय लिया। उन्होंने वहीं से ZOHO को चलाना शुरू किया। उनका मानना है कि भारत के गांव भी टेक्नोलॉजी और रोजगार का केंद्र बन सकते हैं। आज ZOHO के कई दफ्तर छोटे-छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में हैं।

ZOHO ने साल 2021 में मैसेजिंग एप Arratai लॉन्च किया था।
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल को दे रहें टक्कर
ZOHO ने सिर्फ Arratai ही नहीं बल्कि माइक्रोसॉफ्ट और गूगल को टक्कर देने के लिए कई सॉफ्टवेयर और एप्स बनाएं हैं। अब ZOHO के 50 से ज्यादा क्लाउड-बेस्ड सॉफ्टवेयर को 180 से ज्यादा देशों में 1 करोड़ से ज्यादा आबादी इस्तेमाल कर रही है। ईमेल, अकाउंटिंग, CRM और HR मैनेजमेंट जैसे सेक्टर में इसका खूब इस्तेमाल हो रहा है।
भारत के 39वें सबसे अमीर व्यक्ति बने
2024 में फोर्ब्स के अनुसार, वे भारत के 39वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं, जिनकी संपत्ति लगभग 5.85 बिलियन डॉलर आंकी गई। 2024 की फोर्ब्स सूची में वेम्बू और उनके भाई-बहन मिलकर भारत के 100 सबसे अमीर लोगों में 51वें स्थान पर रहे।

श्रीधर वेम्बू ने 1990 के दशक के अंत में प्रमिला श्रीनिवासन से शादी की थी।
पत्नी ने तलाक की अर्जी दायर की
वेम्बू की पत्नी प्रमिला एक कुशल शिक्षाविद थीं और परिवार के बिजनेस में सक्रिय रूप से शामिल थीं। दोनों का का एक बेटा है, जिसका नाम सिद्धु है। सिद्धु ऑटिज्म (मानसिक बीमारी) से पीड़ित है।
साल 2019 में वेम्बू अमेरिका छोड़ भारत आ गए। लेकिन प्रमिला अपने बच्चे के साथ अमेरिका में ही रहती रहीं। ऐसे में दोनों के बीच बातचीत कम हो गई और दूरी आने लगी।
प्रमिला ने 2020 में तलाक के लिए आवेदन दिया। उनका दावा है कि भारत में सैटल होने के बाद वेम्बू ने उन्हें और उनके बेटे सिद्धु को भावनात्मक रूप से नजरअंदाज किया।
साथ ही प्रमिला ने वेम्बू पर आरोप लगाया कि उन्होंने तलाक समझौते में एसेट्स बांटने से बचने के लिए अपनी कुछ फाइनेंशियल एसेट्स को छुपाया।
हालांकि, वेम्बू ने सभी आरोपों को नकार दिया और कहा कि उन्होंने हमेशा अपनी पत्नी और बेटे का समर्थन किया। साथ ही उनके खर्चों और चिकित्सा उपचारों के लिए बड़ी रकम ट्रांसफर की।
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