राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में मंगलवार को विदिशा जिले के लटेरी, शमशाबाद और ठर्र मंडल सहित विभिन्न खंडों में पथ संचलन निकाले गए। इन आयोजनों में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने भाग लिया, जहां नागरिकों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा
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लटेरी में, संदीपनी स्कूल परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके बाद नगर के मुख्य मार्गों से अनुशासित कदमताल के साथ पथ संचलन निकला। इस दौरान राष्ट्रभक्ति के नारे गूंजे।
ठर्र मंडल के खंड केंद्र लक्ष्मीनगर में भी पथ संचलन निकाला गया। इसकी शुरुआत भारत माता, संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार और गुरुजी के चित्रों पर माल्यार्पण से हुई। पथ संचलन तालाब मंदिर से शुरू होकर अररिया मोहल्ला, खैरेपुरा, बस स्टैंड और हाटोर बाजार होते हुए वापस तालाब मंदिर पर समाप्त हुआ।
इस अवसर पर खंड कार्यवाह अमोल लोधी और जिला बौद्धिक प्रमुख जशवंत कुशवाह उपस्थित रहे। जशवंत कुशवाह ने संघ के शताब्दी वर्ष के लिए घोषित पंच परिवर्तनों – कुटुम्ब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, नागरिक कर्तव्य, स्व का बोध और पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज में एकता और अखंडता बनाए रखना संघ का मूल उद्देश्य है।
सूर्यनगर (शमशाबाद) खंड के वर्धा केंद्र पर भी एक विशाल पथ संचलन आयोजित हुआ। इसमें वर्धा, साढ़ेर और सतपाड़ा हाट मंडलों के 19 गांवों के स्वयंसेवक शामिल हुए। मुख्य अतिथि पंचम सिंह राजपूत और मुख्य वक्ता शरद श्रीवास्तव ने स्वयंसेवकों को संबोधित किया।
वक्ताओं ने संघ के शताब्दी वर्ष और डॉ. हेडगेवार के व्यक्तित्व निर्माण के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला, यह बताते हुए कि व्यक्ति निर्माण से समाज निर्माण और फिर राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त होता है। संघ के आगामी कार्यक्रमों में ग्रह संपर्क अभियान, हिन्दू मंडल सम्मेलन और युवा संगोष्ठी शामिल हैं। सूर्यनगर खंड में अगला पथ संचलन 12 अक्टूबर को महानीम चौराहा, जटपुरा, डंगरबाड़ा और बरखेड़ा जागीर मंडलों में निकाला जाएगा।