डिलीवरी के बाद बच्चे को अस्पताल परिसर में फेंका: टीकमगढ़ में दो बाइकसवार और महिला CCTV में दिखे; तीनों हिरासत में लिए गए – Tikamgarh News

डिलीवरी के बाद बच्चे को अस्पताल परिसर में फेंका:  टीकमगढ़ में दो बाइकसवार और महिला CCTV में दिखे; तीनों हिरासत में लिए गए – Tikamgarh News


टीकमगढ़ में मंगलवार शाम को एक नवजात बच्चे को कुछ लोगों ने जिला अस्पताल परिसर की झाड़ियों में फेंक दिया। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर लोगों ने उसे उठाया। अस्पताल और पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया।

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सबसे पहले बच्चे को नरेंद्र सिंह नाम के युवक ने देखा था। वह अपने रिश्तेदार को देखने जिला अस्पताल गया था। जहां नवजात मिला है, उससे थोड़ी ही दूर अस्पताल परिसर में पुलिस चौकी है। नरेंद्र सिंह ने तत्काल पुलिस चौकी को इसकी सूचना दी।

परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो दो बाइक पर सवार दो लोग और एक संदिग्ध महिला नजर आए। दावा किया जा रहा है कि इन्हीं लोगों ने बच्चे को फेंका है। फुटेज के आधार पर तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

देखिए दो तस्वीरें…

दो बाइक पर सवार दो लोग और एक संदिग्ध महिला नजर आए।

अस्पताल स्टाफ फौरन नवजात को इलाज के लिए ले गया।

अस्पताल स्टाफ फौरन नवजात को इलाज के लिए ले गया।

15 मिनट में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखे के बाद मामले में फौरन कार्रवाई शुरू की। तीनों संदिग्धों को जीवन हॉस्पिटल के पास से पकड़ा गया है। पुलिस की टीम ने 15 मिनट के भीतर आरोपियों को धर दबोचा।

पकड़े गए आरोपियों में दो युवक और एक महिला शामिल हैं। तीनों ही छतरपुर जिले के घुवारा रहने वाले बताए जा रहे हैं। तीनों शुरुआती जांच में सामने आया है कि जीवन नर्सिंग होम में ही बच्चे की डिलीवरी कराई गई।

बच्चे को किसी नाबालिग ने जन्म दिया है जानकारी के मुताबिक जांच में पता चला है कि बच्चे को नाबालिग ने जन्म दिया है। फिलहाल पुलिस ने जानकारी साझा नहीं की है। सीसीटीवी में दिख रही महिला नवजात बच्चे की मां की रिश्तेदार बताई जा रही है। पुलिस ने महिला और तीन युवकों को हिरासत में लिया है।

कोतवाली थाना प्रभारी उपेंद्र छारी का कहना है कि मामले की जांच के बाद FIR दर्ज की जाएगी। फिलहाल पकड़े गए लोगों से पूछताछ जारी है।

नवजात बच्चा 30 से 34 हफ्ते के बीच का है सिविल सर्जन डॉक्टर अमित शुक्ला ने बताया कि जब नवजात बच्चे को अस्पताल ले लाया गया उस समय ड्यूटी पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कमलेश सूत्रकार अस्पताल में मौजूद थे। डॉक्टर सूत्रकर ने बताया कि नवजात बच्चा 30 से 34 हफ्ते के बीच का है। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। जिसके चलते हालात गंभीर है। बच्चों को गहन शिशु चिकित्सा इकाई (NICU) में भर्ती किया गया है।

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मासूम को गले में मामूली चोट आई है। उसे SNCU (Special Newborn Care Unit) में भर्ती कराया गया।

मासूम को गले में मामूली चोट आई है। उसे SNCU (Special Newborn Care Unit) में भर्ती कराया गया।

बुरहानपुर जिला अस्पताल में नाबालिग लड़की ने बच्ची को जन्म दिया। बदनामी से बचने के लिए उसने नवजात को जान से मारने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि बच्ची को उसने अस्पताल की बालकनी की खिड़की से नीचे फेंका। पढ़ें पूरी खबर…



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