छतरपुर में मेला ‘जलविहार 2025’ का शुभारंभ: विधायक ललिता यादव और नपाअध्यक्ष ज्योति चौरसिया ने किया उद्घाटन; सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन – Chhatarpur (MP) News

छतरपुर में मेला ‘जलविहार 2025’ का शुभारंभ:  विधायक ललिता यादव और नपाअध्यक्ष ज्योति चौरसिया ने किया उद्घाटन; सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन – Chhatarpur (MP) News


छतरपुर में आस्था और मनोरंजन का प्रतीक मेला “जलविहार 2025” का गुरुवार रात नगर पालिका परिषद छतरपुर द्वारा भव्य शुभारंभ किया गया। शहर के छत्रसाल चौराहा स्थित मेला ग्राउंड में आयोजित उद्घाटन समारोह में विधायक ललिता यादव और नगर पालिका अध्यक्ष ज्योति सुरेन

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आजादी से पहले शुरू हुआ मेला

आयोजकाें ने बताया कि मेला जलविहार छतरपुर की एक ऐतिहासिक परंपरा है, जो आजादी से पहले से हर वर्ष आयोजित होता आ रहा है। इस वर्ष यह आयोजन अपने 83वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। यह मेला बुंदेलखंड की धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रतीक है, जहां हर वर्ष राई नृत्य, लोकगीत, कीर्तन और अन्य पारंपरिक कार्यक्रम लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

बुंदेलखंड की लोक संस्कृति का मंच

उद्घाटन अवसर पर विधायक ललिता यादव ने कहा कि मेला जलबिहार केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि यह बुंदेलखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराओं का आईना है। यह मेला स्थानीय कलाकारों और नई प्रतिभाओं को मंच देने का कार्य करता है।

वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष ज्योति चौरसिया ने कहा कि ग्यारह दिवसीय यह आयोजन न सिर्फ परंपरा को जीवित रखता है, बल्कि शहरवासियों को एकजुट भी करता है।

शुभारंभ पर रंगारंग प्रस्तुतियां

शुभारंभ समारोह में हिमांशी संगीत एकेडमी द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना और “बुंदेलखंड लगे प्यारो” गीत ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा तिवारी डांस क्लास, प्रभा नर्सिंग हाई स्कूल और पूनम संगीत विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी रंगारंग प्रस्तुतियाँ दीं, जिन्हें दर्शकों से भरपूर सराहना मिली।

हर दिन अलग सांस्कृतिक आयोजन

मेला 11 दिनों तक चलेगा, जिसमें हर दिन खास सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

  • 10 अक्टूबर: शालेय सांस्कृतिक कार्यक्रम
  • 11 अक्टूबर: आल्हा गायन
  • 12 अक्टूबर: लोकगीत
  • 13 अक्टूबर: जबाबी कीर्तन
  • 14 अक्टूबर: राई नृत्य
  • 15 अक्टूबर: संगीत निशा
  • 16 अक्टूबर: भजन संध्या
  • 17 अक्टूबर: अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
  • 18 अक्टूबर: बुंदेली बैंड
  • 19 अक्टूबर: ऑल इंडिया मुशायरा

झूलों से लेकर व्यंजनों तक, सब कुछ है खास

मेले में इस बार भी सर्कस, मौत का कुआं, झूले, चिड़ियाघर, मीना बाजार, द वर्निंग ट्रेन, बाम्बे विकास प्रदर्शनी और चौपाटी जैसे मनोरंजन के साधन लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। खाने-पीने के शौकीनों के लिए कलकत्ता की मिठाइयां, मथुरा के पेड़े, ग्वालियर की गजक और पारंपरिक बुंदेली व्यंजन भी उपलब्ध हैं, जो मेले की रौनक को और बढ़ा रहे हैं।

उपस्थित रहे कई गणमान्य लोग

इस अवसर पर नगर पालिका सीएमओ माधुरी शर्मा, उपाध्यक्ष विकेंद्र वाजपेयी, महामंत्री सुरेन्द्र चौरसिया, जयराम चतुर्वेदी, नारायण काले, राजेन्द्र यादव सहित कई पार्षद, अधिकारी, कर्मचारी, प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।



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