कराची: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पूर्व कप्तान सलीम मलिक की अपील पर सुनवाई के लिए लाहौर हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश फजल-ए-मिरां चौहान को नियुक्त किया है. मलिक ने क्रिकेट गतिविधियां फिर से शुरू करने के लिये पीसीबी से अपील की है.
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न्यायमूर्ति चौहान ने ही पाकिस्तानी बल्लेबाज उमर अकमल मामले की भी सुनवाई की थी जिन्हें पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के लिए भ्रष्ट पेशकश की जानकारी नहीं देने के लिए प्रतिबंधित किया गया था.
Former Lahore High Court judge to hear Saleem Malik appealhttps://t.co/rKJXQ9CGOj pic.twitter.com/8UItDkw0re
— PCB Media (@TheRealPCBMedia) September 14, 2020
2000 में सलीम पर मैच फिक्सिंग के लिए आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वार्न, मार्क वॉ ने मलिक पर आरोप लगाया था कि 1995 के पाकिस्तान दौरे पर मलिक ने उन्हें रिश्वत देने की पेशकश की थी. वैसे, साल 2008 में निचली और सत्र अदालत ने उनपर से जीवन भर का बैन हटा दिया था लेकिन पाकिस्तान बोर्ड ने उनपर से बैन नहीं हटाया है.
बता दें कि सलीम पाकिस्तानी क्रिकेट टीम का नेतृत्व भी कर चुके है. दाएं हाथ वाले मध्य क्रम का बल्लेबाज मुख्य रूप से एक विकेट-कीपर की भूमिका निभाता था. इसके अलावा उनकी लटका गेंदबाजी भी काफी प्रभावी मानी जाती थी. मैच फिक्सिंग के लिए आजीवन प्रतिबंध की वजह से 100 से ज्यादा टेस्ट खेलने के बावजूद ये क्रिकेट के इतिहास में नीचे रह गया.
सलीम मलिक ने 12 टेस्ट में पाकिस्तान का नेतृत्व किया है जिसमें से 7 मैचों में जीत मिली है, जबकि वनडे क्रिकेट में इन्होंने 34 बार अपने देश का नेतृत्व किया और उनमें 21 मुकाबलों में जीत दर्ज की है
(इनपुट-भाषा)