देवास में उमरिया और कटनी से आए करीब 30 मजदूर पिछले तीन दिनों से बकाया मजदूरी को लेकर परेशान हैं। शुक्रवार रात को मजदूरों ने सिविल लाइन स्थित कलेक्टर बंगले के सामने डेरा डाल दिया और भुगतान की मांग को लेकर धरना दिया।
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मजदूरों ने बताया कि वे टोंकखुर्द क्षेत्र के बरदू गांव में किसानों के खेतों में सोयाबीन कटाई के लिए आए थे। कटनी निवासी महेंद्र कुमार चौहान ने बताया कि करीब 30 लोगों ने परिवार सहित 19 दिन काम किया, जिसका कुल भुगतान 2 लाख 30 हजार रुपए बनता है।
मजदूरों ने बताया कि हमें केवल 48 हजार रुपए ही दिए गए हैं, जबकि किसानों ने सिर्फ आठ दिन का काम गिना है। पूरा पैसा मांगने पर धमकी दी जा रही है।
किसानों ने आरोपों से किया इंकार, बोले— जितना काम किया, उतना भुगतान किया मामले की जानकारी मिलने पर प्रशासन ने दोनों पक्षों को कलेक्टर कार्यालय बुलाकर पूछताछ की। किसानों ने मजदूरों के आरोपों को गलत बताया।
किसान केवल सिंह ने कहा, “हमारे खेत पर 19 मजदूरों ने केवल एक दिन काम किया था, जिसका पूरा भुगतान कर दिया है।” वहीं, किसान हुकुम सिंह ने भी कहा कि उन्होंने जितना काम कराया, उसका पूरा हिसाब-किताब दे दिया है। किसानों ने भुगतान रिकॉर्ड भी अधिकारियों को दिखाया।
प्रशासन ने मजदूरों के ठहरने की व्यवस्था की, बोले— दोनों पक्ष थाने में दें शिकायत एडीएम शौभाराम सोलंकी ने बताया कि ये मजदूर कटनी जिले से आए हैं और टोंकखुर्द क्षेत्र के आसपास काम करते थे। उन्होंने कहा दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। अब इन्हें वैधानिक कार्रवाई के लिए थाने जाने और शिकायत दर्ज कराने को कहा गया है। मजदूरों के रुकने और भोजन की व्यवस्था रैनबसेरा में की गई है।