झाबुआ जिले में अवैध रेत परिवहन के खिलाफ खनिज विभाग लगातार सख्त कार्रवाई कर रहा है। विभाग ने पिछले तीन दिनों में पांच डंपरों को जब्त कर कलेक्टर कार्यालय परिसर में खड़ा करवाया है। खनिज अधिकारी जुवानसिंह भिड़े ने बताया कि जिले में अवैध और ओवरलोड डंपरों
.
चालू वित्तीय वर्ष में अब तक कुल 51 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में 1 करोड़ 59 लाख रुपये का दंड प्रस्तावित था, जिसमें से 1 करोड़ 26 लाख रुपये शासन के खाते में जमा कराए जा चुके हैं।
जिले में रेत का अवैध कारोबार तेजी से बढ़ा है। काली रेत की उपलब्धता में कमी के कारण बालू रेत का उपयोग बढ़ गया है, जिसके परिवहन में बड़ी संख्या में वाहन शामिल हैं।
अवैध रेत परिवहन के खिलाफ सख्ती बढ़ाने के पीछे कुछ प्रमुख घटनाएं भी रही हैं। 28 जुलाई को झाबुआ कलेक्टर की गाड़ी बंगले से बाहर निकलते समय एक डंपर से टकरा गई थी। इस टक्कर में वाहन को नुकसान पहुंचा और साइड ग्लास टूट गए। इस घटना के तुरंत बाद डंपर को जब्त कर सघन चेकिंग अभियान शुरू किया गया था।
इसी क्रम में, 30 अगस्त को तड़के 4 से 5 बजे के बीच रेत से भरे एक ट्रक ने तीन लोगों की जान ले ली थी। यह हादसा झाबुआ जिले के कालीदेवी थाना क्षेत्र के ग्राम फतीपुरा में चोरण माता घाट उतरते समय हुआ। चालक की लापरवाही के कारण ट्रक असंतुलित होकर एक मकान पर पलट गया, जिससे तीनों व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद से रात में भी चेकिंग अभियान शुरू किया गया है।
खनिज अधिकारी के अनुसार, जिले भर में अवैध रेत परिवहन के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।