खिलचीपुर में गाडगंगा नदी में कपड़े धो रहे लोग: नगर परिषद का 500 रुपए जुर्माना कागजों तक सीमित, प्रशासन की लापरवाही से बढ़ा प्रदूषण – rajgarh (MP) News

खिलचीपुर में गाडगंगा नदी में कपड़े धो रहे लोग:  नगर परिषद का 500 रुपए जुर्माना कागजों तक सीमित, प्रशासन की लापरवाही से बढ़ा प्रदूषण – rajgarh (MP) News


राजगढ़ जिले के खिलचीपुर स्थित गाडगंगा नदी में स्वच्छता नियमों का उल्लंघन लगातार जारी है। नगर परिषद द्वारा गणगौर घाट पर मछली पकड़ने, कपड़े धोने और गंदगी फैलाने पर 500 रुपए का जुर्माना लगाने के बावजूद, रविवार सुबह कई लोग नदी में मछली मारते और कपड़े धोत

.

नगर परिषद खिलचीपुर ने गणगौर घाट पर एक बोर्ड लगाकर स्पष्ट चेतावनी दी थी। इस बोर्ड पर लिखा था कि “स्वच्छता बनाए रखें। मछली पकड़ने, कपड़े धोने, वाहन धोने या किसी भी प्रकार की गंदगी करने पर 500 रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। “हालांकि, इन नियमों को लागू कराने में नगर परिषद पूरी तरह विफल रही है।

रविवार को स्थानीय निवासियों ने देखा कि कुछ लोग ट्यूब पर बैठकर मछली पकड़ रहे थे, जबकि अन्य छोटे पुलों पर जाल डाल रहे थे। इसके अलावा, कई महिलाएं नदी में कपड़े धोती भी नजर आईं। स्थानीय निवासी रमेश कुमार ने इस संबंध में चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “नियम तो बना दिए गए हैं, लेकिन उनकी निगरानी कौन करेगा? केवल बोर्ड लगाने से काम नहीं चलेगा। यदि इन नियमों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो यह नदी हमेशा गंदगी की चपेट में रहेगी।

“विशेषज्ञों का मानना है कि प्राकृतिक जल स्रोतों की स्वच्छता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। उनके अनुसार, नियम और जुर्माने केवल कागजों या बोर्ड पर लिखने से प्रभावी नहीं होते। इसके लिए निरंतर निगरानी और कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है। स्थानीय लोग अब नगर परिषद की गंभीरता पर सवाल उठा रहे हैं। प्रशासन की उदासीनता और नागरिकों की लापरवाही के कारण गाडगंगा नदी की स्वच्छता गंभीर खतरे में है, जिससे पर्यावरण और जनजीवन दोनों प्रभावित हो रहे हैं।



Source link