Jabalpur News: गोल्ड ने मार्केट को बोल्ड कर दिया है, क्योंकि मार्केट से अब सॉलिड गोल्ड होल्ड हो चुका है. ऐसा हम नहीं ऐसा सराफा व्यापारी कह रहे हैं. क्योंकि, अब मार्केट में सॉलिड यानी बुलियन गोल्ड (बिस्किट) मिलना ही बंद हो गया है. अब सोने के बिस्कुट और चांदी के सिक्के मिलना ग्राहकों के लिए सपने जैसे हो गए हैं. हालांकि, ग्राहकों को ही नहीं, बल्कि व्यापारियों को भी सॉलिड गोल्ड नहीं मिल रहा है. इसके पीछे कई वजह सामने आई है. वहीं, चांदी की चमक को देखकर सराफा व्यापारी भी हैरान हैं. असमंजस में हैं कि गोल्ड खरीदे या फिर नहीं? व्यापारियों को भी 7 से 10 दिन का समय बुकिंग के लिए मिल रहा है.
लोकल 18 की टीम जब सराफा बाजार में पहुंची, तब मार्केट में सोने और चांदी की स्थिति काफी टाइट थी. हालांकि, जेवर मिल रहे थे, लेकिन सॉलिड सोना और चांदी लेने पहुंच रहे ग्राहक वापस लौट रहे थे. क्योंकि, मार्केट में अब सॉलिड सोना और चांदी ही नहीं है. हालांकि, यह सोना और चांदी कब आएगा, इसका जवाब व्यापारी भी नहीं दे पा रहे थे. हमारी मुलाकात कई सराफा व्यापारियों से हुई, जिसमें मध्य प्रदेश सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष राजा सराफ ने बताया कि इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि सोने और चांदी के दाम आसमान छू रहे हैं. लेकिन, सॉलिड सोना और चांदी होल्ड सा हो गया है, जो अब मार्केट में ही नहीं मिल रहा है. इतना ही नहीं 7 से 10 दिन की बुकिंग लग रही है, जिसके चलते व्यापारी असमंजस में हैं. कहीं रेट घट गया, तब घाटा हो सकता है. इसके चलते अब सॉलिड सोना और चांदी के सिक्के लेने पहुंच रहे थोक व्यापारियों को दुकान से लौटने तक की नौबत आ गई है.
एक्सपर्ट्स ने बताई बड़ी वजह, मार्केट में उथल-पुथल!
राजा सराफ ने बताया, इस ट्रेंड में 45 साल हो चुके हैं, लेकिन आज तक ऐसी स्थिति नहीं देखी. युद्ध से लेकर ट्रंप टैरिफ पहले ही वजह बना हुआ था. लेकिन इन सभी परिस्थितियों के कारण अब इन्वेस्टर सॉलिड सोने और चांदी की तरफ मुड़ गए हैं. पूरे विश्व में इन्वेस्टर का विश्वास सोने और चांदी की और रुझान बड़ा है. जिसके कारण फिजिकल सोना और चांदी मिलने में दिक्कतें पैदा हो गई हैं. इतना ही नहीं ब्लैक में सोना और चांदी मिल रही है, जिसमें दामों का डिफरेंस काफी ज्यादा है, मार्केट में अचानक से सोने और चांदी की डिमांड बढ़ी है.
व्यापारी बोले; डायनासोर हुआ सोना…लगता यह आखिरी पीढ़ी
सराफा व्यापारी अभिजीत जैन ने बताया, फिजिकल सोना डायनासोर हो गया है, जो अब देखने को ही नहीं मिल रहा है. शायद यह आखिरी पीढ़ी होगी. जेवर के तौर पर सोना-चांदी जरूर मिल रहे हैं, लेकिन फिजिकल सोना और चांदी मिलना अब सपना सा हो गया है. उन्होंने बताया जब साल 2025 शुरू हुआ था, तब सोना 75 हजार था, आज सवा लाख के करीब पहुंच चुका है, जबकि चांदी 50 हजार के नजदीक थी जो अब डेढ़ लाख के पार पहुंच चुकी है. सभी जेवर के दाम कम होने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन अब ऐसा संभव ही नहीं है. चांदी की चमक इतनी हो गई है कि अब किसी भी रेट में दिखाई ही नहीं दे रही.