बैतूल नगर पालिका परिषद द्वारा शुरू किए ‘स्वच्छता की पाठशाला’ को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। इसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान दिया गया है। भोपाल में आयोजित एक समारोह में संस्था के प्रतिनिधियों ने तत्कालीन सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया, जिला प्रशा
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इस नवाचार के तहत शहर के 102 स्कूलों और 89 आंगनवाड़ियों में एक साथ ‘स्वच्छता की पाठशाला’ आयोजित की गई थी। इस अभियान के माध्यम से लगभग 10 हजार बच्चों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाया गया। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना था।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री डीडी उईके, विधायक हेमंत खंडेलवाल, कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी, तत्कालीन एसपी निश्चल झरिया सहित कई अधिकारी, समाजसेवी और स्वयंसेवी संगठन उपस्थित रहे। नगर पालिका ने इसके लिए एक विशेष ‘स्वच्छता सिलेबस’ तैयार किया था, जिसमें कचरा प्रबंधन, गीले-सूखे कचरे का विभाजन और स्वच्छ समाज के निर्माण की शिक्षा शामिल थी।

पूर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारी ओमपाल सिंह भदौरिया ने बताया कि यह अभियान एक जनभागीदारी आंदोलन है। इसका लक्ष्य आने वाली पीढ़ी को इतना जागरूक बनाना है कि भविष्य में किसी विशेष स्वच्छता अभियान की आवश्यकता न पड़े। इस उपलब्धि से बैतूल नगर ने न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे देश में स्वच्छता नवाचार का एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया है।