India vs West Indies 2nd Test: वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में जारी दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन मोहम्मद सिराज ने अपनी कातिलाना गेंदबाजी से अचानक मैच में जान फूंक दी. मोहम्मद सिराज ने अपनी घातक गेंदबाजी से तहलका मचाकर रख दिया. वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के दौरान मोहम्मद सिराज ने मेहमान टीम के बल्लेबाज शाई होप को अपनी एक आग उगलती हुई गेंद पर क्लीन बोल्ड कर कैरेबियाई खेमे में दहशत फैला दी. मोहम्मद सिराज ने शाई होप को 103 रन के निजी स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर पवेलियन की राह दिखाई.
सांप की तरह लहराती गेंद ने उड़ा दिया मिडिल स्टंप
दरअसल, वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के दौरान 84वें ओवर में मोहम्मद सिराज ने अपनी एक ‘जादुई गेंद’ से शाई होप का मिडिल स्टंप उड़ा दिया. सोशल मीडिया पर मोहम्मद सिराज की इस गेंद की खूब चर्चा हो रही है. वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के दौरान 84वें ओवर में मोहम्मद सिराज गेंदबाजी के लिए आए और स्ट्राइक पर शाई होप मौजूद थे. मोहम्मद सिराज के इस ओवर की पांचवीं गेंद ऑफ स्टंप के 2 मीटर बाहर टप्पे पर पड़ी और सांप की तरह लहराती हुई अंदर की तरफ आई. गेंद ने शाई होप का मिडिल स्टंप उड़ा दिया.
(@BCCI) October 13, 2025
शाई होप चकमा खा गए
शाई होप 103 रन बनाकर आउट हुए. मोहम्मद सिराज ने ऐसी गेंद डाली कि शाई होप चकमा खा गए. शाई होप कुछ भी समझ पाते उससे पहले ही बॉल ने स्टंप को उड़ा दिया. बता दें कि शाई होप ने दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों को खूब परेशान किया. शाई होप ने भारत के खिलाफ दूसरी पारी में शतक जमाया. शाई होप ने 58 पारियों के बाद शतक लगाया, जिसके साथ वह पारियों के आधार पर शतक के लिए सबसे लंबा इंतजार करने वाले कैरेबियन बल्लेबाज बन गए.
शाई होप ने बनाया शर्मनाक रिकॉर्ड
शाई होप ने अगस्त 2017 में इंग्लैंड के विरुद्ध दोनों पारियों में शतक जमाया था. इसके बाद तीसरी पारी में ही होप 90 के स्कोर पर नाबाद रहे, लेकिन अगला शतक नहीं जमा सके. उन्हें इसके लिए 59 पारियों का इंतजार करना पड़ा. इस लिस्ट में जरमाइन ब्लैकवुड चौथे स्थान पर मौजूद हैं. साल 2015 में शतक जमाने वाले ब्लैकवुड को 47 पारियों के बाद तीनों अंकों का निजी स्कोर नसीब हुआ था.
तीसरे पायदान पर मौजूद क्रिस गेल
तीसरे पायदान पर मौजूद क्रिस गेल ने 2005 से 2008 के बीच कुल 46 पारियां खेलने के बाद अपना अगला टेस्ट शतक जमाया. वहीं, ड्वेन ब्रावो साल 2005 से 2009 के बीच 44 पारियों के बाद यह कारनामा कर सके. वह लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं. शिवनारायण चन्द्रपॉल ने साल 1998 से 2002 के बीच 41 पारियों के बाद शतक जमाया था. यह खिलाड़ी फेहरिस्त में पांचवें पायदान पर है.