विशाखापत्तनम: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला वनडे विश्व कप का अपना सर्वोच्च स्कोर 330 रन बनाने के बावजूद तीन विकेट से मिली हार के बाद भारतीय टीम के कोच अमोल मजूमदार ने कहा कि अच्छी शुरुआत के साथ बेहतर ‘फिनिश’ भी जरूरी है और मेजबान टीम 20 रन पीछे रह गई.
मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में मजूमदार ने कहा, ‘हमारे बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और 330 का स्कोर काफी चुनौतीपूर्ण था हालांकि हम 20 -30 रन और बनाते को नतीजा कुछ और हो सकता था. इसके बावजूद इस प्रदर्शन से काफी सकारात्मक बातें निकली हैं.’
उन्होंने कहा, ‘फिनिशिंग क्रिकेट के मैच में काफी अहम होती है. मैं ड्रेसिंग रूम में भी हमेशा कहता हूं कि हमे अच्छी शुरूआत चाहिए, लेकिन बेहतर फिनिश की भी जरूरत है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले मैच में हम आखिरी पांच ओवरों की गेंदबाजी में मैच हार गए. इस मैच में भी अगर आखिर में कुछ रन और बना पाते तो तस्वीर कुछ और होती, लेकिन हम धीरे धीरे सीख रहे हैं और मैचों को फिनिश करना भी उसमे से एक पहलू है.’
यह पूछने पर कि क्या भारत को एक अतिरिक्त विशेषज्ञ गेंदबाज की कमी फिर खली, कोच ने कहा कि इस पर अगले मैच से पहले बात की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘हम आत्ममंथन करेंगे और देखेंगे कि क्या एक और गेंदबाज की जरूरत है. टीम प्रबंधन इस पर विचार करके अगले मैच से पहले सही फैसला लेगा.’
उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम की तारीफ करते हुए कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया ने जबरदस्त बल्लेबाजी की और उन्हें जीत का श्रेय जाता है. एक ओवर बाकी रहते 331 रन का लक्ष्य हासिल करना बहुत बड़ी बात है. हमने उन पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन वे काफी अनुभवी टीम हैं और करीब 10 साल से अधिकांश खिलाड़ी साथ खेल रहे हैं. जिस तरह से एलिसे पैरी ने टीम को जीत तक पहुंचाया, वह शानदार था.’
मैच में बीच के ओवरों में डॉट गेंदों का प्रतिशत अधिक रहने के सवाल पर कोच ने कहा कि पहले से इसमे कमी आई है लेकिन आगे इसे बेहतर करने की कोशिश की जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले मैच से पहले डॉट गेंदों के प्रतिशत पर बात की गई थी. पिछले डेढ साल से हम काफी आक्रामक क्रिकेट खेल रहे हैं और डॉट गेंदों का प्रतिशत घटा है लेकिन आगे के लिए इस पर बात करेंगे.’
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 94 रन बनाने वाली रिचा घोष को क्या हरलीन देओल से ऊपर बल्लेबाजी के लिए क्यों नहीं भेजा गया, यह पूछने पर उन्होंने कहा, ‘हमारा बल्लेबाजी क्रम स्थिर है और उसमें ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं है, लेकिन जब जरूरत होगी तो हमारा रूख लचीला रहता है. हम रिचा या दीप्ति शर्मा को ऊपर भेज सकते हैं लेकिन मैं बल्लेबाजी क्रम में बहुत ज्यादा बदलाव का समर्थक नहीं हूं.’