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Shubman Gill News: पार्थिव पटेल ने शुभमन गिल की कप्तानी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि गिल में फैसले लेने में स्पष्टता है और उनकी सबको साथ लेकर चलने की क्षमता भारतीय क्रिकेट के लिए फायदेमंद बताया.
गुजरात टाइटन्स के बल्लेबाजी कोच के तौर पर शुभमन गिल के साथ करीब से काम करने वाले भारत के पूर्व विकेटकीपर पार्थिव पटेल को पूरा यकीन है कि इस युवा को भारतीय नेतृत्व की जिम्मेदारी संभालने में कोई दिक्कत नहीं होगी क्योंकि वह फैसले लेने में हिचकिचाते नहीं है. गिल के ‘सब को साथ लेकर चलने के स्वभाव से प्रभावित’ पटेल फैसला लेने के मामले में उनकी स्पष्टता से प्रभावित है. उन्होंने कहा कि फैसला लेने के मामले में गिल के पास ‘शायद’ का विकल्प नहीं होता है.
इस बात पर हालांकि काफी बहस चल रही है कि क्या गिल को खेल के सभी टेस्ट के बाद वनडे टीम की कमान देने में जल्दबाजी की गयी? पटेल ने इसे ‘प्रगतिशील फैसला’ करार देते हुए इसे भारतीय क्रिकेट के लिए फायदेमंद करार दिया. आईपीएल में गिल की कप्तानी क्षमता देखने के बाद पटेल को इस इंग्लैंड में टेस्ट टीम के नेतृत्व को लेकर उनकी क्षमता पर कोई संदेह नहीं था.
उन्होंने कहा,‘‘ गिल ने पिछले दो साल से आईपीएल में गुजरात टाइटन्स की कप्तानी करते हुए नेतृत्व कौशल दिखाया है, जिस तरह उन्होंने इंग्लैंड में टेस्ट टीम का नेतृत्व किया, यह (उन्हें आगे बढ़ाना) एक शानदार फैसला है और हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.’’ पटेल इस बात से काफी प्रभावित है कि गिल परिस्थितियों को भांप कर फैसले लेने के मामले में लचीला रूख अपनाते है और दूसरे के सुझावों का पूरी तरह से स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वह हमेशा सुझावों के लिए तैयार रहते हैं. वह कप्तान के तौर वह एक समावेशी व्यक्ति हैं और एक कप्तान से आप यही चाहते हैं.’’ घरेलू क्रिकेट में एक दशक तक गुजरात की अगुवाई वाले पटेल ने कहा कि गिल के लिए विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी करना मुश्किल नहीं होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि विराट कोहली और रोहित शर्मा जिस तरह के व्यक्तित्व के हैं, उसे देखते हुए इसमें कोई समस्या होगी. आप विराट को ही देख लीजिए वह तब कप्तान बने थे जब महेंद्र सिंह धोनी खेल रहे थे. वह जानते हैं कि एक नये कप्तान को तैयार करने में एक सीनियर खिलाड़ी की क्या भूमिका होती है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘रोहित के कप्तान बनने पर भी यही स्थिति थी. हां, विराट उनके सीनियर नहीं थे, लेकिन फिर भी एक पूर्व कप्तान थे.’’
उन्होंने अगले एकदिवसीय विश्व कप (2027) में रोहित और कोहली के खेलने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दो साल का समय बहुत लंबा समय होता है वह भी तब जब ज्यादा वनडे मैच नहीं खेले जा रहे हैं. पहले साल में 20-25 वनडे मैच होते थे लेकिन अब ऐसी स्थिति नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह एक अलग चुनौती है और हम इस तरह की चुनौती के लिए नए भी हैं. असल चुनौती खुद को मैच के लिए फिट बनाए रखने की है.’’
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें