Farmers demonstrated, raised demands, raised issues, say, make unit for fields, pay compensation for wasted crops | किसानों ने किया प्रदर्शन, रखीं मांगें, उठाए मुद्दे कहा खेताें काे बनाएं इकाई, बर्बाद फसलाें का दें मुआवजा

Farmers demonstrated, raised demands, raised issues, say, make unit for fields, pay compensation for wasted crops | किसानों ने किया प्रदर्शन, रखीं मांगें, उठाए मुद्दे कहा खेताें काे बनाएं इकाई, बर्बाद फसलाें का दें मुआवजा


बैतूल19 मिनट पहले

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  • किसानों ने जिलेभर में प्रदर्शन कर समस्याओं को लेकर तहसीलदार को पीएम व सीएम के नाम ज्ञापन दिया

भारतीय किसान संघ ने अपनी महत्वपूर्ण मांगें रखीं। इसमें प्रधानमंत्री बीमा योजना अंतर्गत खेतों को इकाई माना जाए। मुद्रा लोन के समान किसानों को तत्काल केसीसी लोन दिया जाए। खाद- बीज, कीटनाशक आदि रसायनाें पर लगने वाले जीएसटी से किसानों को मुक्त किया जाए। वहीं किसानों के हित में डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए तथा सभी प्रकार की फसलों को समर्थन मूल्य के अंतर्गत लिया जाए।
मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में भी किसान संघ ने कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। जिसमें अति वर्षा से हुई फसल बर्बादी को लेकर राहत राशि की मांग की। आगामी फसलें गेहूं ,चना की बुवाई के पूर्व विद्युत सप्लाई तथा ट्रांसफार्मर का मेंटेनेंस किया जाए। जंगली जानवर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे लेकर भी कुछ महत्वपूर्ण कदम किसानों के हित में लिए जाए। वहीं दिन प्रतिदिन बैंक कर्मचारियों द्वारा किसानों से अपमानजनक भाषा में बात की जा रही है। इससे किसान काफी दुखी हैं। इस विषय पर भी विशेष कर ध्यान आकर्षित किया जाए, ताकि किसान को उसका उचित सम्मान मिल सके। ज्ञापन देते समय बिडू सिंग काकोड़िया, अंकितसिंह तोमर, राजुलसिंह बैस, गुरदीप सिंह समेत अन्य मौजूद थे।
भाकिसं ने कहा – खेत को बनाएं इकाई, सौंपा ज्ञापन : शाहपुर| भाकिसं एसडीएम आरएस बघेल को ज्ञापन सौंपा। किसानों की समस्या से अवगत कराया। अध्यक्ष सुमित वर्मा ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर सौंपे गए ज्ञापन में किसानों की विभिन्न समस्याओं के शीघ्र निराकरण की मांग रखी।
स्थानीय समस्याओं के निराकरण के लिए अलग से दिया ज्ञापन दिया : भारतीय किसान संघ ने स्थानीय समस्याओं को लेकर एसडीएम को अलग से ज्ञापन दिया। उन्होंने बताया कि सोयाबीन की फसल क्षेत्र में पूरी तरह खराब हो चुकी है, जिसका अवलोकन विभागों द्वारा किया है। किसानों को तत्काल मुआवजा दिया जाए। मोखा जलाशय से पौसेरा क्षेत्र को सिंचाई सुविधा से जोड़ा जाए। यहां एक माइनर नहर निर्माण की आवश्यकता है, वहीं रबी सीजन पूर्व किसानों को पर्याप्त वोल्टेज के साथ बिजली उपलब्ध कराने के लिए रबी सीजन के पहले ही मेंटेनेंस का कार्य किया जाए और अतिरिक्त ट्रांसफार्मरों की व्यवस्था की जाए। किसानों को बिजली 12 घंटे दी जाए। इसके पूर्व विभिन्न ग्रामों से एकत्र किसानों ने हाट-बाजार टीन शेड में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की।
किसानों ने मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन : आमला| किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर भारतीय किसान संघ की आमला इकाई ने प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। किसान रैली निकालकर तहसील कार्यालय पहुंचे और अपनी समस्याएं व मांगों से तहसीलदार को अवगत कराया। ज्ञापन सौंपते समय किसान संघ के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
भारतीय किसान संघ ने मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा : भैंसदेही| भारतीय किसान संघ ने अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के नाम लिखा ज्ञापन तहसीलदार डीएन गजभिए को सौंपा। मंगलवार को भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष अशोक झाड़े के नेतृत्व में तहसील क्षेत्र के ग्रामों से आए किसानों ने अपनी मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में खेत को इकाई मानने, केंद्र सरकार के द्वारा घोषित योजनाओं का लाभ बैंकों के अड़ियल रवैये के कारण पात्र किसानों को नहीं मिल पाता। अतः सहयोग के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी करने, बैंकों द्वारा कृषि लोन एवं केसीसी देने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाकर ऑनलाइन करने, वर्षा मापक यंत्र सभी पंचायतों में लगाने, सभी जिलों में कृषि महाविद्यालय खोलने, वन्य प्राणियों से फसलाें की सुरक्षा के लिए सरकारी वन सीमा सुरक्षा क्षेत्र को सुदृढ़ करने जैसी कई मांगें रखीं।
सोयाबीन की फसलों को मवेशियों को खिला रहे किसान: भौरा| अत्यधिक वर्षा एवं तेज हवा से इस साल किसानों के खेतों में खड़ी सोयाबीन और मक्का की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। कृषि विभाग की टीम गांव में जाकर नुकसान का जायजा ले रही है। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एसएल मर्सकोले ने बताया कि शाहपुर ब्लॉक में इस वर्ष करीब 1200 हेक्टेयर में सोयाबीन की तथा 1600 हेक्टेयर के लगभग मक्का की बोवनी किसानों ने की थी। तेज बारिश और हवा चलने से सोयाबीन का फूल झड़ गया। इससे अफलन की स्थिति बन गई है। सोयाबीन की फसल का 70 से 80 प्रतिशत तक का नुकसान होने की संभावना है। कृषि विभाग के माध्यम से फसल कटाई प्रयोग कर वास्तविक नुकसान का आंकलन किया जाएगा। इधर ग्राम पंचायत टांगना में खेतों में खराब हो गई सोयाबीन की फसलों को किसानों ने मवेशियों को खिलाना शुरू कर दिया है।

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