परियोजना का उद्देश्य मध्य प्रदेश (MP) में मानव तस्करी (human trafficking) से निपटने के लिए सक्रिय और कुशल काम करना था. इसमें 1900 पुलिस अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गयी. उसके बाद स्थानीय पुलिस के काम के आधार पर एक रिसर्च पेपर तैयार किया गया.
परियोजना का उद्देश्य मध्य प्रदेश (MP) में मानव तस्करी (human trafficking) से निपटने के लिए सक्रिय और कुशल काम करना था. इसमें 1900 पुलिस अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गयी. उसके बाद स्थानीय पुलिस के काम के आधार पर एक रिसर्च पेपर तैयार किया गया.
दक्षिण एशिया के लिए यू के के व्यापार आयुक्त और पश्चिमी भारत के ब्रिटिश उप उच्चायुक्त एलन जेम्मेल ने कहा मानव तस्करी से निपटना एक वैश्विक चुनौती है. यूके सरकार और उसके नए विदेश,राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय के लिए ये प्राथमिकता है.मध्य प्रदेश सरकार और गैर सरकारी संगठन एफएक्सबी इंडिया सुरक्षा के साथ हमारी साझेदारी के माध्यम से1900 पुलिस अधिकारियों ने इस अवैध और अमानवीय प्रथा से निपटने के लिए ट्रेनिंग ली है.
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
यू.के. के इस प्रतिनिधि का कहना है किसभी प्रकार के बाल श्रम और मानव तस्करी रोकने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. इस मिशन में हम भारत के साथ हैं. 2019-20 में ब्रिटिश उच्चायोग (बीएचसी) ने मानव तस्करी से निपटने के लिए एनजीओ एफएक्सबी इंडिया सुरक्षा की एक परियोजना को फाइनेंस किया था. इसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस के साथ एफएक्सबी इंडिया सुरक्षा ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.ये है उद्देश्य…
परियोजना का उद्देश्य मध्य प्रदेश में मानव तस्करी से निपटने के लिए सक्रिय और कुशल काम करना था. इसमें 1900 पुलिस अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गयी. उसके बाद स्थानीय पुलिस के काम के आधार पर एक रिसर्च पेपर तैयार किया गया.
रिपोर्ट की लॉचिंग
स्कोपिंग रिसर्च स्टडी एंड ट्रेनिंग रिपोर्ट की लॉचिंग आज एलन जेम्मेल, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी,एफएक्सबी की सीईओ ममता बॉरगोयरी करेंगी. इस अवसर पर सत्र को विशेष पुलिस महानिदेशक अरूणा मोहन राव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनुराधा शंकर, तेलगांना के एडीजी महेश मुरलीधर भागवत, गुजरात के एडीजी अनिल प्रथम, हरियाणा के आईजी डॉ. हनीफ कुरैशी, ईडी अलंकिृता सिंह (आई.पी.एस.), रिर्चड बारलो, चेरिस मिलर, प्रद्युम्न बोरा संबोधित करेंगे.