रोहित-कोहली की प्रैक्टिस पर सवाल.. पूर्व क्रिकेटर ने लापरवाही का किया खुलासा, कहा- उन्हें 8-10 दिन पहले..

रोहित-कोहली की प्रैक्टिस पर सवाल.. पूर्व क्रिकेटर ने लापरवाही का किया खुलासा, कहा- उन्हें 8-10 दिन पहले..


IND vs AUS: विराट कोहली और रोहित शर्मा की 224 दिन बाद टीम इंडिया में वापसी के लिए सभी उत्साहित थे. कोहली-रोहित पर पर्थ में सभी की आंखें गड़ी थी, लेकिन दोनों ने फैंस का दिल तोड़ दिया. रोहित 8 के स्कोर पर आउट हुए तो विराट का खाता भी नहीं खुला. जिसके बाद अब उनकी प्रैक्टिस पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं. दोनों दिग्गज टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया टूर पर रवाना हुए थे और नेट्स में खूब पसीना बहाया, लेकिन मैच में छाप छोड़ने में कामयाब नहीं हुए. भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डीएलएस के चलते 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. 

पूर्व क्रिकेटर ने उठाए सवाल 

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ विराट-रोहित की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘विराट कोहली और रोहित शर्मा के पास मौका था. लेकिन शायद उन्होंने सोचा कि टीम के साथ ही जाएंगे, क्योंकि लोगों का समर्थन तो है ही. दबाव भी था, जैसे विराट को टीम के साथ जाना चाहिए. वह इंग्लैंड शिफ्ट हो चुके हैं तो अगर टीम के बिना जाते तो परेशानी होती. इस वजह से वे फंस गए.’

Add Zee News as a Preferred Source


क्या थी Ro-Ko की गलती?

उन्होंने रोहित-विराट की गलती बताते हुए कहा, ‘इन दोनों को 8-10 दिन पहले वहां पहुंच जाना चाहिए था. चाहे कितने बड़े बल्लेबाज हो, क्रिकेट रिदम का खेल है. ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम रिदम न होने पर बख्शेगी नहीं. मुझे लगता है कि पहले पहुंचना बेहतर होता. रोहित ऐसी गेंद पर पुल करता है. फॉर्म में होता तो छक्का मार देते. लेकिन यहां पर्याप्त मैच प्रैक्टिस न होने और हेजलवुड की अच्छी रिदम से सीम मूवमेंट हो रही थी.’

ये भी पढे़ं.. टेस्ट में विराट… ODI में रोहित से लिया आशीर्वाद, तीनों फॉर्मेट में धमाल मचाने वाला है ये स्टार, हिटमैन की भविष्यवाणी

रोहित में कॉन्फिडेंस की कमी

कैफ ने बताया, ‘रोहित दो मन में थे. पिच के आदी होने की कोशिश कर रहे थे. प्रैक्टिस और तैयारी की कमी से उनका कॉन्फिडेंस कम था.’ कैफ का मानना है कि कैंप में ट्रेनिंग हुई थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर मैच प्रैक्टिस न होने से दिक्कत हुई. दूसरा वनडे 23 अक्टूबर को होगा, जहां कोहली और शर्मा वापसी की कोशिश करेंगे. ये मुकाबला भारत के लिए करो या मरो की स्थिति के समान होगा. 



Source link