BCCI Controversy: तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को लगातार नहीं चुनने के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर की चौतरफा आलोचना हो रही है. सोशल मीडिया पर यूजर्स, क्रिकेट एक्सपर्ट और पूर्व क्रिकेटर लगातार उनके ऊपर सवाल उठा रहे हैं. अगरकर का कहना है कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए अभी पूरी तरह फिट नहीं हुए हैं. वहीं, शमी के हालिया बयान ने आग में घी डालने जैसा काम किया. इसमें उन्होंने कहा कि वह अगर चारदिवसीय मैच खेल सकते हैं तो 50 ओवर वाला वनडे क्रिकेट क्यों नहीं? इसके बाद शमी ने रणजी ट्रॉफी मैच में बंगाल के लिए 7 विकेट लेकर सनसनी मचा दी.
शमी और अगरकर के बीच भ्रम
अब इस मामले में भारत के पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बड़ी बात कह दी है. अश्विन ने खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं के बीच बेहतर स्पष्टता की आवश्यकता पर जोर दिया है. इस अनुभवी स्पिनर ने भारतीय क्रिकेट में अक्सर अप्रत्यक्ष रूप से होने वाले बातचीत के तरीके की आलोचना की. उन्होंने भ्रम और गलतफहमियों को रोकने के लिए सुधार की मांग की. शमी को वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की हालिया टेस्ट सीरीज के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया में चल रही वनडे सीरीज से भी बाहर रखा गया था. उन्होंने जोर देकर कहा कि चयनकर्ताओं को अपनी फिटनेस के बारे में सूचित करना उनका काम नहीं है. दूसरी ओर, अगरकर ने कहा था कि अगर शमी अगले कुछ महीनों में पूरी तरह से फिट रहते हैं तो उन पर भविष्य के चयन के लिए विचार किया जाएगा. अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए अश्विन ने बताया कि प्रशासन और खिलाड़ियों के बीच सीधी बातचीत की कमी के कारण इस तरह की स्थितियां अक्सर बिगड़ जाती हैं.
‘अप्रत्यक्ष बातों’ पर चलता है भारतीय क्रिकेट
अश्विन ने खुलकर कहा, “मैं एक बात खुलकर कहूंगा. भारतीय क्रिकेट में सब कुछ अप्रत्यक्ष बातों पर चलता है. मैं वास्तव में चाहता हूं कि यह बदल जाए. इसे खिलाड़ियों और प्रशासकों और चयनकर्ताओं दोनों की तरफ से बदलना होगा. मैंने देखा है कि अगर कुछ सीधे तौर पर कहा जाता है, तो वह खबरों में बाहर आने के लिए बाध्य है. इसलिए किसी खिलाड़ी को किसी के पास जाकर यह बताने का आत्मविश्वास नहीं होता है कि वह वास्तव में क्या चाहता है.”
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स्पष्टता की कमी से उपजा शमी का विवाद
अश्विन स्पष्टता की कमी के कारण होने वाले भ्रम के उदाहरण के रूप में शमी की स्थिति की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा, ”देखिये शमी ने क्या किया. उन्होंने प्रदर्शन किया और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात की, इसमें कुछ भी गलत नहीं है. लेकिन वह यह सब क्यों कह रहे हैं? क्योंकि उनके पास स्पष्टता नहीं है. अगर उन्हें स्पष्टता होती कि उनसे क्या अपेक्षित है, तो शमी यह कहने में सक्षम होंगे. या क्या शमी को वह संचार मिला है और वह इसका खुलासा नहीं कर रहे हैं? हमें सच्चाई पता नहीं है. इसलिए इस पर अंदाजा लगाना गलत है. मुझे आश्चर्य होता था कि मैं अब क्या कर सकता हूं, क्या मुझे किसी से बात करनी चाहिए? लेकिन अगर मैं बात करता हूं, तो क्या वह लीक हो जाएगा? वह विश्वास बहुत महत्वपूर्ण है.”
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अगरकर के रुख की प्रशंसा
अश्विन ने संचार में कमी को स्वीकार करते हुए पेशेवर तरीके से स्थिति को संभालने के लिए अजीत अगरकर की प्रशंसा भी की. पूर्व भारतीय स्पिनर ने कहा, ”मुझे वास्तव में पसंद आया कि अजीत अगरकर ने इसे कैसे संभाला. उन्होंने कहा कि अगर शमी कुछ कहना चाहते हैं तो मैं फोन उठाकर उनसे बात करूंगा. मैं वास्तव में उम्मीद करता हूं कि वह फोन कॉल हो चुका होगा.” 34 वर्षीय शमी ने आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के लिए खेला था. इस टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत बांग्लादेश के खिलाफ पांच विकेट लेने के साथ करने के बावजूद वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में तीन विकेट लेने से पहले निरंतरता के लिए संघर्ष करते दिखे थे. ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज के लिए भारत ने जसप्रीत बुमराह को आराम देकर अर्शदीप सिंह, मोहम्मद सिराज, हर्षित राणा और प्रसिद्ध कृष्णा को अपनी तेज गेंदबाजी विकल्प के रूप में चुना.