दिवाली की रौनक के बीच मध्यप्रदेश में पटाखों और सड़क हादसों ने कई परिवारों की खुशियां फीकी कर दीं। राज्यभर से बीते दो दिनों में 41 बर्न केस दर्ज किए गए, जबकि 1000 से अधिक लोग सड़क हादसों में घायल हुए। सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं झाबुआ जिले में हुईं, ज
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यह जानकारी मंगलवार को एम्बुलेंस सेवा 108 द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में सामने आई। दिवाली के दिन बर्न केस की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में दो गुना से अधिक बढ़ गई। रिपोर्ट ने एक बार फिर इस बात की याद दिलाई है कि त्योहार की एक पल की लापरवाही कितनी बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है।
मध्यप्रदेश में दीपावली के दो दिनों में जश्न के साथ हादसों की तस्वीरें भी सामने आईं। राज्यभर से 19 और 20 अक्टूबर को कुल 41 बर्न केस और 1032 रोड एक्सीडेंट केस दर्ज हुए। यह आंकड़ा एंबुलेंस 108 की रिपोर्ट में दर्ज किया गया है।
दिवाली के दिन दोगुने हुए बर्न केस रिपोर्ट के अनुसार, 19 अक्टूबर को प्रदेशभर से 13 बर्न केस दर्ज हुए थे। इनमें से तीन केस देवास जिले से सामने आए। लेकिन दिवाली के दिन यानी 20 अक्टूबर को यह संख्या दो गुना से अधिक बढ़कर 28 हो गई। सबसे ज्यादा चार केस विदिशा, जबकि तीन केस रीवा जिले से दर्ज किए गए। विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों और युवाओं में बिना निगरानी के पटाखे जलाने के कारण आग से झुलसने की घटनाएं बढ़ीं।
19 अक्टूबर को आए रोड एक्सीडेंट केस:
- झाबुआ – 34
- बेतूल – 23
- इंदौर – 23
- धार – 22
- राजगढ़ – 22
- कुल मध्यप्रदेश में – 504
20 अक्टूबर को आए रोड एक्सीडेंट केस:
- झाबुआ – 33
- सागर – 27
- भोपाल – 20
- रीवा – 23
- इंदौर – 18
- कुल मध्यप्रदेश में – 528
झाबुआ बना सबसे बड़ा हादसा जोन दोनों दिनों में झाबुआ में सबसे अधिक सड़क हादसे दर्ज हुए। कुल 67 एक्सीडेंट केस यहां दर्ज हुए, जो पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं। यह हादसे मुख्य रूप से ओवरस्पीडिंग, नशे में वाहन चलाने और रात्रिकालीन भीड़भाड़ के कारण हुए।