राजगढ़ जिले के खिलचीपुर नगर परिषद में मंगलवार को आयोजित विशेष बैठक में विवाद हो गया। इसकी शुरुआत विकास कार्यों से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा के दौरान अध्यक्ष और कुछ पार्षदों के बीच तीखी नोकझोंक से हुई। मामला इतना बढ़ गया कि बैठक में मौजूद नगर परिषद अध
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बैठक दोपहर 2 बजे परिषद सभा कक्ष में शुरू हुई थी। इसमें क्षेत्रीय विधायक हजारीलाल दांगी, अध्यक्ष राम जानकी मालाकार, उपाध्यक्ष शीतल शर्मा सहित अन्य कुछ पार्षद मौजूद थे।
निर्माण कार्यों को लेकर हुआ विवाद बैठक में शुरुआती चार प्रस्ताव – नामांतरण स्वीकृति, एक देश-एक चुनाव, जीएसटी और स्वदेशी आत्मनिर्भर भारत सर्वसम्मति से पारित हुए। लेकिन विवाद तब शुरू हुआ जब पहले जल यंत्रालय की भूमि पर बाउंड्रीवाल निर्माण और जनपद भवन निर्माण के लिए शासकीय भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव आया।
कुछ पार्षदों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई। उनका कहना था कि नगर परिषद की जमीन जनपद को नहीं दी जानी चाहिए। वहीं, बिना सीमांकन के जल यंत्रालय की भूमि पर बाउंड्री वॉल निर्माण नहीं होना चाहिए। इसी मुद्दे से चर्चा का माहौल गरमा गया।
पार्षद ने जमकर विरोध किया, बहस भी हुई विधायक हजारीलाल दांगी ने बताया कि बैठक शांतिपूर्वक चल रही थी, लेकिन जनपद भवन के लिए जमीन देने के प्रस्ताव पर मतभेद उभरे। उन्होंने कहा, “मैंने स्पष्ट किया था कि यह शासन की स्वीकृत योजना है और शासकीय भूमि जनहित में दी जानी चाहिए।”
विवाद के दौरान पार्षदों के बीच बहस तेज हो गई। चर्चा के बीच पार्षद संदीप शर्मा ने जल यंत्रालय की बाउंड्रीवॉल निर्माण पर भी विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि निर्माण से पहले सीमांकन कराया जाना चाहिए। इसी क्रम में उन्होंने यह भी कहा कि “कर्मचारियों से खेत की फसल कटवाने तक के मामले सामने आ चुके हैं।”
विधायक और अन्य पार्षदों ने माहौल शांत कराया इस टिप्पणी से अध्यक्ष नाराज हो गईं। उन्होंने कहा, “तुम लोगों ने शिकायत पर शिकायत की, मेरे पति की मौत हो गई, अब मेरे ऊपर इस तरह की बातें कर रहे हो।” इसके बाद अध्यक्ष राम जानकी मालाकार रो पड़ीं।
करीब 20 मिनट तक सभा कक्ष के अंदर से उनकी रोने और बहस की आवाजें आती रहीं। बाहर खड़े उनके बेटे हर्षित ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन गेट नहीं खोला गया। बाद में अंदर बैठे विधायक हजारीलाल दांगी और अन्य पार्षदों ने स्थिति को शांत कराया।
विवाद के बाद बैठक स्थगित विधायक दांगी ने बताया कि स्थिति सामान्य होने के बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि 7 में से 5 बिंदुओं पास हो गए हैं। दो बिंदुओं पर अगली बैठक में दोबारा चर्चा कर सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा ताकि विकास कार्य प्रभावित न हों।