General promotion will not be available in MBBS, MCI has given orders – Complete the course in two months when the college opens, take the exam in the third month | एमबीबीएस में नहीं मिलेगा जनरल प्रमोशन, एमसीआई ने दिए हैं आदेश- कॉलेज खुलने पर दो महीने में पूरा करें कोर्स, तीसरे महीने में लें परीक्षा

General promotion will not be available in MBBS, MCI has given orders – Complete the course in two months when the college opens, take the exam in the third month | एमबीबीएस में नहीं मिलेगा जनरल प्रमोशन, एमसीआई ने दिए हैं आदेश- कॉलेज खुलने पर दो महीने में पूरा करें कोर्स, तीसरे महीने में लें परीक्षा


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खंडवा18 घंटे पहले

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  • एमबीबीएस कोर्स की परीक्षा के समय में एमसीआई ने किया बदलाव, द्वितीय वर्ष की परीक्षा डेढ़ की बजाय 1 साल में होगी

कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान मेडिकल कॉलेज बंद होने पर भी एमबीबीएस कोर्स के विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन नहीं मिलेगा। बोर्ड ऑफ गवर्नर इन सेपरेशन ऑफ मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (बीओजी एमसीआई) ने पढ़ाई व परीक्षा को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत मेडिकल कॉलेज के खुलने पर दो महीने के भीतर एमबीबीएस कोर्स को पूरा करना होगा। इसके अगले महीने में विद्यार्थियों की परीक्षा लेनी होगी। साथ ही 2019-20 में एमबीबीएस में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की द्वितीय वर्ष में होने वाली परीक्षा के समय में भी बदलाव किया है।
एमसीआई ने द्वितीय वर्ष की परीक्षा डेढ़ की बजाय अब एक साल की कर दी है। सेकंड ईयर के बचने वाले 6 महीने को फायनल ईयर की पढ़ाई व प्रशिक्षण में जोड़ दिया है। जिसमें के तहत एमबीबीएस करने वाले विद्यार्थी मास्टर कोर्स के लिए अपनी मनपसंद के विषय का दो महीने में अध्ययन करेंगे। जिससे उनके दिमाग में मास्टर डिग्री में अपने कोर्स को लेकर एक खाका तैयार हो जाएगा। फायनल ईयर में इस छह महीने के 650 घंटे छात्र-छात्राएं मरीजों के इलाज की बारीकियां सीखने में खर्च करेंगे। नए कम्पीटेंसी पाठ्यक्रम में इस बात पर जोर दिया गया है कि विद्यार्थी मरीज के इलाज की पूरी दक्षता के साथ एमबीबीएस का कोर्स पूर्ण कर के निकले। जिससे वे प्राथमिक स्वास्थ्य एवं उपचार की मांग को पूरा कर सके।
18-19 के विद्यार्थियों की डेढ़ साल में होगी सेकंड ईयर की परीक्षा
हालांकि एमसीआई ने 2018-19 में मेडिकल कॉलेज में प्रवेशित विद्यार्थियों की को नई गाइडलाइन में शामिल नहीं किया है। एमबीबीएस कोर्स का पाठ्यक्रम साढ़े चार साल एवं एक साल का इंटर्नशिप वाला है। पुराने बैच के विद्यार्थी सेकंड ईयर की परीक्षा डेढ़ साल के नियमों के तहत ही देंगे। जो कोरोना के कारण अभी नहीं हो सकी है। गौरतलब है 2018-19 में 100 व 2019-20 में मेडिकल कॉलेज में 120 सीटों पर छात्र-छात्राओं को प्रवेश मिला था। पिछले सत्र के बिद्यार्थियों के प्रथम वर्ष की पढ़ाई व परीक्षा दोनों ही अटकी हुई है।

मेडिकल के विद्यार्थियों की अब ऑनलाइन करा रहे वेब-सेमीनार
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के समय मेडिकल कॉलेज खंडवा ने प्रदेश में पहली बार पहल करते हुए ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की थी। जिसे आगे बढ़ाते हुए विद्यार्थियों को घर बैठे ही प्रेक्टिकल के संबंध में डिमांस्ट्रेशन भी देना शुरू किया। अब इसी क्रम में कॉलेज में आयोजित होने वाले मेडिकल सेमीनार को ऑनलाइन कराया जा रहा है। मेडिकल एजुकेशन यूनिट के प्रभारी और फिजियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नज़ीम इशरत सिद्दीकी ने बताया पूर्व में जब कॉलेज में नियमित पढ़ाई होती थी तब चार बैच में पांच-पांच विद्यार्थियों के समूह बनाकर उन्हें विषय देकर सेमीनार का आयोजन किया जाता था। जिसकी मॉनीटरिंग के लिए दो प्राध्यापकों को भी नियुक्ति की जाती थी। चूंकि कॉलेज अभी खुल नहीं रहा है। इसलिए बेब-सेमीनार उसी क्रम में ऑनलाइन आयोजित किए जा रहे है। इसकी भी ऑनलाइन प्राध्यापकों द्वारा मॉनीटरिंग किया जा रहा है।

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