Schools open after 6 months, first lesson of Corona | 6 माह बाद खुले स्कूल, पहला सबक कोरोना का

Schools open after 6 months, first lesson of Corona | 6 माह बाद खुले स्कूल, पहला सबक कोरोना का


खंडवा21 घंटे पहले

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  • स्कूल पहुंची छात्राएं बोलीं- ऑनलाइन पढ़ाई से समझने में होती है दिक्कत, स्कूल आने से अब दूर होंगी कठिनाइयां
  • परिसर में बनाए गोल घेरे- विद्यार्थियों का तापमान चैक किया, हाथों को सैनिटाइज कर स्कूल में दिया प्रवेश

ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान विद्यार्थियों को हो रही कठिनाइयां दूर करने के लिए सोमवार से शहर के कुछ स्कूल आंशिक रूप से खुले। 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को शिक्षकों ने पढ़ाई में आ रही समस्याओं का निराकरण करवाया। पहले दिन सूरज कुंड हायर सेकंडरी स्कूल पहुंची छात्राओं ने नाइट्रोजन चक्र के बारे में समझा। कई छात्राएं इसे ऑनलाइन समझ नहीं पाई थीं। इससे पहले परिसर में बने गोल घेरे से होकर छात्राएं मुख्य द्वार तक पहुंचीं। यहां नॉन कांटेक्ट थर्मामीटर से सभी का तापमान जांचा, हाथों को सैनिटाइज करने के बाद स्कूल में प्रवेश दिया।

कोरोना के कारण करीब छह माह से स्कूल बंद है। नए शिक्षा सत्र में पहली बार सोमवार को स्कूल पहुंची कक्षा 12वीं की सपना नंदकिशोर और पायल कनाड़े सहित अन्य छात्राएं खुश नजर आईं। उन्होंने कहा कि घर पर ऑनलाइन पढ़ाई से प्रश्नों को समझने में दिक्कत होती है। सही ढंग से समझ नहीं आता है। कठिनाइयां समझ नहीं आती हैं और मोबाइल का डाटा भी अधिक लगता है।

इधर शहर का उत्कृष्ट और एमएलबी स्कूल 10वीं की पूरक परीक्षा के कारण नहीं खुल पाया। महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल मंगलवार और उत्कृष्ट स्कूल बुधवार से विद्यार्थियों की समस्याओं का निराकरण करने के लिए खुलेगा। सोमवार को अधिकांश निजी स्कूलों में सन्नाटा रहा। कुछ स्कूल मंगलवार से तो कुछ अगले सोमवार से खुलेंगे। इनमें ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान जो प्रश्न बच्चे समझ नहीं पाएं उन्हें वे शिक्षकों से पूछ सकेंगे।

समस्याओं को दूर करने के लिए आंशिक रूप से एमएलबी स्कूल आज व उत्कृष्ट स्कूल कल शुरू होंगे

कोरोना का पाठ पढ़ाया, शिक्षकों ने कहा-टिफिन शेयर न करें, पानी भी साथ ‌लाएं

सूरज कुंड स्कूल पहुंचीं छात्राओं को शिक्षकों ने समझाइश देते हुए कहा कि सभी एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें। पहले की तरह दोस्तों से आपस में हाथ नहीं मिलाएं, गले मिलकर खुशी नहीं जताए। टिफिन आपस में शेयर नहीं करें। संभव हो तो सैनिटाइजर अपने साथ रखें और पीने के लिए पानी की बोतल भी घर से ही लाएं।

बेल नहीं बजाएंगे, एक ही डेस्क पर बैठाएंगे प्रतिदिन, टॉयलेट के लिए साथ नहीं छोड़ेंगे

उत्कृष्ट स्कूल के प्राचार्य आरके सेन ने बताया कक्षा 10वीं की पूरक परीक्षाएं चल रही हैं। मंगलवार को भी परीक्षा होगी। इसलिए विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देने के लिए कक्षाएं बुधवार से लगाई जाएंगी। 50 प्रतिशत बच्चों को बुलाएंगे। स्कूल में बेल नहीं बजाएंगे। टॉयलेट के लिए एक साथ नहीं छोड़ेंगे। पहले दिन बच्चे जिस डेस्क पर बैठेंगे, उसी पर उन्हें रोज बैठाया जाएगा।

विद्यार्थियों की कठिनाइयां दूर करने के लिए तय किए अलग-अलग दिन

सूरज कुंड स्कूल के प्राचार्य संजय निंबोरकर ने बताया कि सोमवार व शुक्रवार 12वीं, मंगलवार 11वीं, बुधवार व शनिवार 10वीं और गुरुवार को 9वीं कक्षा के विद्यार्थी दोपहर 12 से 3 बजे तक स्कूल में आ रही कठिनाइयों का निराकरण कर सकेंगे। आज 144 विद्यार्थियों में से 62 आए। एक कमरे में 20-20 विद्यार्थी पढ़ाई कर सकेंगे।

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