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- Madhya Pradesh Minister Narottam Mishra Indore Update; Says I Do Not Wear COVID Masks In Any Program
इंदौर3 मिनट पहले
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पुलिस कंट्रोल रूप के लोकार्पण कार्यक्रम में मंत्री सिलावट, विधायक हार्डिया, विधायक मेंदोला मास्क में दिखे, लेकिन गृहमंत्री बिना मास्क ही मौजूद रहे।
- गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा अनुग्रह सहायता राशि वितरण कार्यक्रम में शामिल, नए कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया
- कोराेना संकट के बीच 4 महीने से पैरोल पर बाहर मौजूद कैदियों के पैरोल को दो महीने और बढ़ाने की जानकारी दी
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा बुधवार को शहर में कई कार्यक्रम में शामिल हुए। पहले वे अनुग्रह सहायता राशि वितरण कार्यक्रम में शामिल होने रवींद्र नाट्यगृह पहुंचे। इसके बाद नए कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया। सभी कार्यक्रमों में गृहमंत्री बिना मास्क के नजर आए। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बेहिचक कह दिया कि वे तो मास्क पहनते ही नहीं हैं। मैं यहां क्या- किसी कार्यक्रम में मास्क नहीं पहनता, इसमें क्या होता है। दरअसल, इंदौर वही शहर है, जहां मास्क नहीं पहनने वालों पर निगम टीम चालानी कार्रवाई कर रही है। इसे लेकर विवाद भी हो रहे हैं, लेकिन गृह मंत्री का मास्क को लेकर ऐसा जवाब, जनता पर क्या असर डालेगा।

रवींद्र नाट्यगृह में भी बिना मास्क ही हितग्राहियों को प्रमाण पत्र बांटे।
कैदियों की पैरोल 2 महीने और बढ़ाई गृह मंत्री ने मीडिया से चर्चा में सांवेर जेल को लेकर कहा कि निर्माण कार्य बहुत जल्दी शुरू होगा। हम आज ही सांवेर जेल को लेकर राशि मंजूर कर देंगे। कैदियों को लेकर कहा कि जो कैदी कोरोना को लेकर 4 महीने से पैरोल पर थे। उसे दो महीने और बढ़ा दिया गया है। अस्पतालों में लापरवाही को लेकर कहा कि सभी के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई होगी।
2 लाख रुपए की कर्जमाफी नहीं हुई
किसानों के कर्जमाफी को लेकर कहा कि दो हजार और चार हजार रुपए कर्ज माफ हुए हैं। हम बात कर रहे हैं 2 लाख रुपए के कर्जमाफी की, वो नहीं हुए हैं। आप तो कांग्रेस-भाजपा के चक्कर में मत आओ। आप मीडिया वाले किसी गांव में सीधे जाओ, 10 दिन के भीतर राहुल गांधी जो 2 लाख का कर्ज माफ करने का कहकर गए थे। गांव के 10 किसानों से पूछ लो, उनके एक लाख हुए हों, डेढ़ लाख हुए हों, दो लाख हुए हों। उन्हें कैमरे के सामने बिठा लो तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

गृहमंत्री को छोड़कर सभी के चेहरे पर मास्क नजर आए।
कमलनाथजी चांदी की चम्मच लेकर पैदा हुए, वे क्या जानें गरीबों का दर्द
मध्य प्रदेश में 15 महीने कांग्रेस की सरकार रही। कमलनाथजी मुख्यमंत्री रहे, उन्होंने गरीब के दर्द और पीड़ा को समझा ही नहीं। समझते भी कैसे- उद्योगपति हैं, बड़े आदमी के बेटे थे, सोने की चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए थे, गरीब का दर्द वे कहां जानते। अपने यहां शास्त्र में कहा गया है कि जाके पांव ना फटी बेमाई, वाे का जाने पीर पराई। सोने का चम्मच लेकर पैदा होने वाले कमलनाथजी को इस दर्द का एहसास ही नहीं है। दर्द का एहसास है भाजपा को, उसके नेताओं को और हमारे मुख्यमंत्री को, क्योंकि वे गरीब और किसान के बेटे हैं। यह बात प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को रवींद्र नाट्यगृह में कही। वे यहां अनुग्रह सहायता राशि वितरण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
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