बड़वानी जिले के अंजड़ नगर परिषद द्वारा आवारा गौवंश धर-पकड़ अभियान के तहत पकड़ी गई एक गाय की गौशाला में मौत हो गई। इस मामले में पशु पालक ने नगर परिषद और गौशाला के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर अंजड़ थाने में एक आवेदन दिया है।
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अंजड़ निवासी आवेदक मेहफीज अली पिता हामिद अली ने रविवार दोपहर 3:30 बजे थाने में आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उनके घर के सामने से उनकी गाय और बछड़े को नगर परिषद ने आवारा मवेशियों की धर-पकड़ अभियान के अंतर्गत पकड़ा था।
नगर पालिका अमले द्वारा पकड़ी गई गाय और बछड़े को बोरलाय की श्रीकृष्ण गौशाला में छुड़वाया गया। इन्हें छुड़वाने के लिए मेहफीज अली ने नगर परिषद अंजड़ में दंड स्वरूप 1000 रुपए जमा भी करवा दिए। जब वह रसीद लेकर श्रीकृष्ण गौशाला बोरलाय गए, तो वहां गाय-बछड़े को छोड़ने के लिए 5000 रुपए मांगे गए।
इसके बाद एक बार फिर गौशाला से संपर्क करने पर 2500 रुपए की मांग की गई। मेहफीज अली ने बताया कि जब वह रविवार को अपनी गाय को लेने पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि गाय की मौत हो चुकी है। गाय का शव भी देखने नहीं मिला। उन्होंने यह भी बताया कि बछड़े की हालत भी खराब है और उन्हें मृत गाय देखने नहीं दी गई।
मेहफीज अली ने अंजड़ थाने में लापरवाही बरतने पर गाय की मौत के मामले में शिकायत कर वैधानिक कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने आवेदन में कहा है कि उन्हें उनकी गाय वापस दिलाई जाए या यदि गाय मर गई है, तो उन्हें दूसरी गाय उपलब्ध कराई जाए, अन्यथा एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाए।
नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ दिनेश पटेल ने बताया कि रविवार छुट्टी का दिन है और मामला उनके संज्ञान में नहीं है। उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में जानकारी लेंगे।