न खाद, न ज्यादा पानी…30 दिन में तैयार! दिसंबर में लगाएं देसी टमाटर,ये है तरीका

न खाद, न ज्यादा पानी…30 दिन में तैयार! दिसंबर में लगाएं देसी टमाटर,ये है तरीका


Desi Tamatar. आज हम आपको एक ऐसे टमाटर की वैरायटी के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपनी खासियत के लिए जाना जाता है. हालांकि किसान भाई इसकी खेती बिजनेस के तौर कम, खाने के लिए ज्यादा करते हैं. छतरपुर जिले में तो इस टमाटर की डिमांड घर-घर हो जाती है.  सर्दी मौसम में तो लोग इसे घर पर ही लगाना शुरू कर देते हैं.

किसान रामकिशोर दुबे लोकल 18 से बातचीत में बताते हैं कि आजकल बाजार में टमाटर की बहुत सी वैरायटी आती हैं. लेकिन छतरपुर में आज भी ग्रामीण इलाकों में घर- घर देसी टमाटर के पौधे देखने को मिल जाते हैं. देसी टमाटर का स्वाद ही लाजवाब होता है.

दिसंबर माह में लगाएं 
किसान बताते हैं कि इस टमाटर को आप दिसंबर माह में भी लगा सकते हैं. इसमें न खाद की जरूरत है और न ही ज्यादा पानी की जरूरत पड़ती है. कम देखभाल में ही ये टमाटर 1 महीने में तैयार हो जाता है. दिसंबर में लगाया टमाटर जनवरी में फल देने शुरू कर देता है.

इतनी लंबाई का होता पौधा 
किसान बताते हैं कि ये पौधा बहुत लंबाई तक जाता है.‌ इसे रस्सी या लकड़ी के सहारे से टांगना होता है‌ , नहीं तो ये नीचे झुककर टूट जाता है. इसकी लंबाई 10 फुट से भी ज्यादा होती है.

मिलता है इतना उत्पादन 
किसान बताते हैं कि एक पौधे में में लगभग 1 क्विंटल टमाटर का उत्पादन होता है. एक गुच्छे में 5 टमाटर मिलते हैं.‌ इन टमाटरों का साइज बड़ा होता है. एक टमाटर का वजन 200 ग्राम से भी ज्यादा होता है.

बौड़िया टमाटर वैरायटी की पहचान 
किसान बताते हैं कि इस टमाटर को क्षेत्रीय भाषा में बौड़िया टमाटर कहा जाता है. बौड़िया टमाटर की बेल ऊपर की ओर चढ़ती है. यह नीचे नहीं फैलता है बल्कि सेम, करेला और गिल्की जैसा ऊपर की ओर बढ़ता है. इसलिए इसे बौड़िया टमाटर कहा जाता है.

जिले भर में स्वाद के लिए प्रसिद्ध है देसी टमाटर 
किसान बताते हैं कि देसी टमाटर का स्वाद खट्टा होता है. सब्जी में मसाला डालने की भी जरूरत नहीं होती है. देसी टमाटर की सब्जी में सिर्फ हरा धनिया और हरी मिर्च ही डाल देने से स्वादिष्ट सब्जी बन जाती है. इसके अलावा इसे भूनकर ही हरा धनिया और हरी मिर्च के साथ खा सकते हैं. इसको कच्चा खाने का मजा ही अलग होता है. इसका बकला पतला होता है और स्वाद में बेहद ही खट्टा होता है. यह रसीला टमाटर होता है.

एक्सपर्ट ने दी जानकारी 
वहीं छतरपुर नौगांव कृषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ डॉक्टर कमलेश अहिरवार बताते हैं कि देसी टमाटर में भी कई वैरायटी होती हैं. एक छोटे साइज का देसी चेरी टमाटर होता है और बड़े साइज के भी देसी टमाटर होते हैं. हालांकि, देसी टमाटर के हाइब्रिड बीज भी आते हैं. आप बीज भंडार की दुकान से टमाटर की उच्च किस्मों का चयन कर खरीद सकते हैं.



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