यदि आपने लोन पर वाहन लिया है तो लोन खत्म होने के बाद अब हाइपोथिकेशन (रजिस्ट्रेशन पर बैंक का नाम) हटवाने परिवहन विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। परिवहन विभाग ने एनआईसी की वाहन टीम के साथ मिलकर ऑटो हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन (एएचटी) सॉफ्टवेयर तैयार करवाया
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विभाग इस सुविधा को नए साल यानी जनवरी से शुरू करने जा रहा है। इसके बाद पोर्टल के जरिए वाहन स्वामी एएचटी सेक्शन में जाकर घर बैठे यह प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी कर सकेंगे। बिना शुल्क के ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आरटीओ को एक सप्ताह के अंदर आरसी में सुधार करना अनिवार्य होगा।
ऐसी होगी प्रक्रिया
परिवहन विभाग के अनुसार हाइपोथिकेशन हटवाने एएचटी पोर्टल पर आवेदन करना पड़ेगा। आवेदन अपलोड होते ही पोर्टल बैंक के सर्वर से संबंधित वाहन की पूरी जानकारी जुटा लेगा। लोन पूरा है तो ऑनलाइन फाइल आरटीओ के पास चली जाएगी। एक हफ्ते में आरटीओ को फाइल अप्रूव करके भेजनी होगी।
यदि आरटीओ से एक सप्ताह में फाइल अप्रूव नहीं हुई तो यह ऑटो अप्रूव हो जाएगी। हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन के लिए अभी भी प्रक्रिया ऑनलाइन है, फिर भी आवेदक को दो बार प्रत्यक्ष रूप से आरटीओ जाना पड़ता है। अभी इस प्रक्रिया में सेवा प्रदाता को 75 रुपए शुल्क भी देना पड़ता है, जो नहीं देना पड़ेगा।
25000 नए वाहन
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में हर साल औसतन 25 हजार नए वाहनों की खरीदी होती है। इसमें से 90% वाहन फाइनेंस होते हैं, जिनके रजिस्ट्रेशन पर संबंधित बैंक या फाइनेंस कंपनी का नाम दर्ज होता है।
नए साल से सुविधा
विभाग हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन के लिए नया सॉफ्टवेयर तैयार करा रहा है। नई व्यवस्था नए साल से शुरू होने की उम्मीद है, इससे वाहन स्वामी के साथ आरटीओ का समय भी बचेगा। – मनोज तेहनगुरिया, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, सागर