शहडोल जिला मुख्यालय के वार्ड क्रमांक-30 स्थित शासकीय प्राथमिक पाठशाला का भवन जर्जर हो चुका है। जुलाई महीने से इसकी छत का प्लास्टर लगातार गिर रहा है, जिससे बच्चों की जान को खतरा बना हुआ है। कई स्थानों पर छत के हिस्से भी गिर चुके हैं, जिसके कारण कक्षाओ
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बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने प्राथमिक पाठशाला के छात्रों को पास के शासकीय माध्यमिक स्कूल में स्थानांतरित कर दिया है। वर्तमान में प्राथमिक और माध्यमिक के कुल 122 बच्चे एक ही भवन में पढ़ने को मजबूर हैं।
जगह की कमी के कारण कई कक्षाएं खुले आसमान के नीचे लगानी पड़ रही हैं। बरसात और ठंड के मौसम में छात्रों को पढ़ाई में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जगह की कमी के कारण कई कक्षाएं खुले आसमान के नीचे लगानी पड़ रही हैं।

स्कूल की छत का प्लास्टर लगातार गिर रहा है।
अधिकारियों को कई बार दी जर्जर भवन की जानकारी
शिक्षकों ने बताया कि स्कूल भवन की जर्जर स्थिति के बारे में विभागीय अधिकारियों को कई बार लिखित और मौखिक रूप से अवगत कराया गया है। हालांकि, अब तक मरम्मत या नए भवन निर्माण को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
शिक्षक बबीता प्रजापति ने कहा, “स्कूल की छत लंबे समय से झड़ रही है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर हमने कई बार अधिकारियों को जानकारी दी, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।” प्रभारी प्रधानाचार्य संध्या पांडेय ने बताया, “भवन की हालत बहुत खराब है। मजबूरी में बच्चों को दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया गया है, फिर भी पर्याप्त जगह नहीं है।”
पार्षद दानिश खान ने इस मामले को बच्चों की जान से जुड़ा बताया। उन्होंने कहा कि प्रशासन को तुरंत संज्ञान लेकर भवन की मरम्मत या नए भवन की व्यवस्था करनी चाहिए।